पालमपुर: जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत कांगड़ा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के 37 विद्यार्थियों के साथ 8 शिक्षकों, जिला कुल्लू के 18 राजकीय विद्यालयों के 54 विद्यार्थियों और 18 शिक्षकों ने पालमपुर स्थित सीएसआईआर हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान का शैक्षणिक भ्रमण किया.
विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रयोगशालाओं में जाकर वहां हो रहे प्रयोगों व शोध कार्यों को विस्तार से जाना. उन्होंने ने कीट विज्ञान प्रयोगशाला में जाकर कीड़ों के जीवन चक्र, हानिकारक और लाभदायक कीड़ों के बारे में भी जानकारी ली. साथ ही उनको मधुमक्खी पालन के बारे में भी बताया गया.
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को हर्बेरियम बनाने की विधि के बारे में बताया गया. विद्यार्थियों को पुष्प उत्पादन, चाय उत्पादान, फूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संस्थान द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों व संस्थान द्वारा विकसित की गई टेक्नोलॉजी के बारे में भी जानकारी दी गई.
बता दें कि वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन के साथ मिलकर जिज्ञासा कार्यक्रम का कार्यान्वयन 2017 में किया था. जिज्ञासा कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नवीन भारत के विजन और वैज्ञानिक समुदाय से प्रेरित है.
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सीएसआईआर के निदेशक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना था कि नया भारत तभी बन सकता है जब हमारे देश में वैज्ञानिक सोच हो और वैज्ञानिक तरीके से हर काम हो. उन्होंने बताया कि उसी को ध्यान में रखते हुए 2017 में विज्ञान और तकनीक की मंत्रालय सहित मानव संसाधन मंत्रालय के बीच हुए एमओयू के तहत भारत की सीएसआईआर लैब में विद्यार्थियो को विज्ञान के बारे में जानकारी दी जा रही है.
डॉ. संजय कुमार ने बताया कि जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत संस्थान विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति लगन और रुचि पैदा करने में महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है. उन्होंने बताया कि संस्थान में जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत 3000 विद्यार्थियों को भ्रमण करवाया गया है.
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धंलू के विद्यार्थियो ने बताया कि उन्हें संस्थान में विज्ञान की जो बाते किताबों में पढ़ी हैं आज उनके बारे में यहां देखने और सिखने का मौका मिला है.