धर्मशालाः जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज शुक्रवार को कांगड़ा जिला के नूरपुर में पहुंचे. जहां नगर परिषद हॉल में उनका प्रवचन हुआ. इस प्रवचन में काफी संख्या में नूरपुरवासी प्रवचन सुनने के लिए आए. स्थानीय विधायक राकेश पठानिया ने संत का स्वागत किया.
विधायक पठानिया ने कहा कि सरस्वती महाराज के आगमन की जानकारी कम होने से जनता शंकराचार्य निश्चलानंद के दर्शनों से वंचित रह गई. उन्होंने कहा कि हिमाचल में संत के आगमन से प्रदेश की धरती पावन हो गई.
वहीं, निश्चलानंद सरस्वती ने उपस्थित लोगों को प्रवचन देते हुए कहा कि शुक्रवार को देश की संस्कृति का पाश्चात्यीकरण हो गया है. लोग अपने धर्म-कर्म से विमुख हो चुके है. उन्होंने कहा कि इस देश को स्वंतंत्र कराने मे असंख्य लोगों ने अपने प्राणों को न्योछावर किया, लेकिन जिस स्वंतंत्र भारत की कल्पना उन्होंने की थी आज वो भारत नहीं है.
सरस्वती ने कहा कि सबसे प्राचीन माने जाने वाला सनातन धर्म आज मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति और उन्नति तभी संभव है, जब तक देशवासी परपंराओं से जुड़े रहें. उन्होंने कहा कि पेड़ तभी तक हरा रह सकता है, जब वो जड़ों से जुड़ा रहे. इसलिए जरुरी है कि अपनी परम्पराओं और संस्कृत से जुड़े रहे और युवा पीढ़ी का सही मार्गदर्शन करें.
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