धर्मशाला: शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी ने शुक्रवार को धर्मशाला कॉलेज के ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत किया. इस मौके पर सरवीन चौधरी ने कहा कि वर्तमान में बेटियां हर क्षेत्र में बेटों के कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. ऐसे में लोगों को मानसिकता बदलते हुए बेटे और बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए.
सरवीन चौधरी ने कहा कि आंगनबाड़ी और आशा वर्कर के साथ महिलाओं से जुड़ा विंग कार्यक्रम में उपस्थित रहा. उन्होंने कहा कि इन्हीं के माध्यम से सरकारी व समाज हित की कई योजनाएं क्रियान्वित हो रही हैं. महिलाओं की स्थिति पुराने वक्त के मुकाबले काफी सुधरी है. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के मामलों के लिए सख्त कानून भी बने हैं. 24 जनवरी का दिन महिलाओं, लड़कियों और बच्चियों के लिए समर्पित है.
वहीं, शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि मुझे जो जानकारी है उसके अनुसार जिला कांगड़ा में गर्लज चाइल्ड रेशो 915 है. उन्होंने कहा कि गिरते लिंगानुपात को लेकर सरकार सख्त हुई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बेटे के जन्म होने पर खुशी पर मनाई जाती है, उसी तरह बेटियों के जन्म पर भी खुशी मनाई जानी चाहिए. लोगों को बेटे-बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए जिसके लिए लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी.
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