धर्मशालाः धर्मगुरु दलाई लामा ने पत्र जारी कर वैश्विक महामारी कोविड-19 को लेकर अपना संदेश दिया है. अपने पत्र में धर्मगुरु ने चुनौतियों का सामना करने के लिये भारत सरकार सहित दुनिया भर की सरकारों का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने अपने पत्र में भविष्य की चुनौतियों का भी जिक्र किया है.
धर्मगुरु ने लिखा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण हम एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं. प्राचीन भारतीय परंपरा समय के साथ दुनिया के निर्माण, पालन और विनाश का वर्णन करती है.
इस तरह के विनाश के कारणों में हथियार और बीमारी हैं, जो आज हम अनुभव कर रहे हैं. हालांकि, भारी चुनौतियों के बावजूद मनुष्यों सहित जीवित प्राणियों ने जिंदा रहने की उल्लेखनीय क्षमता दिखाई है.
धर्मगुरु ने आगे लिखा है कि वर्तमान में हर कोई कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है. उन्होंने खतरों को सीमित करने के लिए राष्ट्रों के ठोस प्रयासों की सराहना की है. विशेष रूप से भारत की अन्य दक्षेस देशों के साथ आपातकालीन कोष और इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म स्थापित करने को उन्होंने महत्वपूर्ण कदम बताया है.
धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार से निपटने के लिए सूचना, ज्ञान और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने की पहल को सराहना बताया. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे संकटों से निपटने के लिए यह एक मॉडल के रूप में काम करेगा.
पत्र में उन्होंने कहा है कि कि दुनिया भर में आवश्यक लॉकडाउन के परिणामस्वरूप, कई लोगों को आजीविका के नुकसान के कारण जबरदस्त कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. उन लोगों के लिए जिनके पास स्थिर आय जीवन अस्तित्व के लिए एक दैनिक संघर्ष है. उन्होंने सभी समुदायों से अपील करते हुए कहा कि वे अन्य समुदायों के कमजोर सदस्यों की देखभाल के लिए हर संभव मदद करें.
इस पत्र में धर्मगुरु ने मेडिकल स्टाफ-डॉक्टरों, नर्सों और अन्य सहायक कर्मियों के लिए विशेष आभार किया है. जो महान व्यक्तिगत जोखिम पर जीवन बचाने के लिए अग्रिम पंक्ति में काम कर रहे हैं.
धर्मगुर दलाई लामा ने लिखा है कि दुनिया भर में कठिन समय से गुजर रहे लोगों के लिए और इस महामारी के जल्द अंत की प्रार्थना की ताकि शांति और खुशी जल्द बहाल हो सके.
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