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Central University Dharamshala Online webinar: स्थापना सप्ताह के तहत युवाओं में नशे के प्रति जागरूकता विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh Central University) के स्थापना सप्ताह के तहत युवाओं में नशे के प्रति जागरूकता विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया. विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री के नशा मुक्त भारत अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा सर्वागींण विकास की शिक्षा होनी चाहिए, कुछ करने के लिए सीखना इस बात पर आधारित होनी चाहिए.

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Published : Jan 27, 2022, 5:19 PM IST

Central University Dharamshala
Central University Dharamshala

कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh Central University) के स्थापना सप्ताह के तहत युवाओं में नशे के प्रति जागरूकता विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री, भारत सरकार कौशल किशोर ने प्रतिभागियों को संबोधित किया.

बतौर विशिष्ट अतिथि हरियाणा विवि के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार मौजूद रहे. बेविनार की अध्यक्षता धर्मशाला केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने की बेविनार का संचालन कुलपति के निजी सचिव प्रो. अबंरीश महाजन ने किया बेविनार में नशा मुक्त भारत अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अक्षत कांत भी मौजूद रहे इस बेविनार में काफी संख्या में छात्रों-शोद्यार्थियों ने भाग लिया.

विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री के नशा मुक्त भारत अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा सर्वागींण विकास की शिक्षा होनी चाहिए, कुछ करने के लिए सीखना इस बात पर आधारित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में संयुक्त परिवारों की प्रथा खत्म हो रही है और हम भारतीय इस प्रथा के लिए जाने जाते हैं, लेकिन समय के साथ दुर्भाग्य से भारत में भी अब संयुक्त परिवार खत्म हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हम बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और आज बच्चे मादक पदार्थों के सेवन के प्रति आकर्षित हो रहे हैं स्वामी विवेकानंद ने भी यही कहा था कि शिक्षा वो नहीं है कि जो जबरदस्ती किसी के मस्तिष्क में डाली जाए, या कौतूहल पैदा किया जाए इससे बच्चों को वो ज्ञान नहीं मिलेगा गुरू-शिष्य का तालमेल नहीं बैठ पाएगा. शिक्षा उनके लिए बोझ बन जाती है तो विद्यार्थी का नशे की तरफ झुकाव होने लगता है उन्होंने कहा कि परिजन भी बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं उन्होंने कहा कि शिक्षा से व्यक्तित्व निर्माण होना चाहिए जीवन का उद्देश्य क्या है बच्चों को समझाना होगा.

वहीं, बतौर मुख्य अतिथि राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि 90 साल हमें देश को आजाद करवाने में लगे करीब छह लाख 32 हजार लोगों ने अपनी कुर्बानी दी तब अंग्रेजों को यहां से भगा पाए, लेकिन अब नशे के सेवन से कई प्रकार के अपराध हो रहे हैं. करीब 10 लाख लोगों की मौत सालाना हो रही है. उन्होंने कहा कि नशे के कई प्रकार हैं नशे के सेवन से हो रही बीमारियों की चपेट में आने से हर साल करीब 5 लाख लोग अपनी जान गंवा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- राहुल ने ट्विटर के CEO को चिट्ठी लिखी, बोले- भारत के तोड़ने वाले विचारों का मोहरा न बनें

कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh Central University) के स्थापना सप्ताह के तहत युवाओं में नशे के प्रति जागरूकता विषय पर ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य अतिथि आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री, भारत सरकार कौशल किशोर ने प्रतिभागियों को संबोधित किया.

बतौर विशिष्ट अतिथि हरियाणा विवि के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार मौजूद रहे. बेविनार की अध्यक्षता धर्मशाला केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने की बेविनार का संचालन कुलपति के निजी सचिव प्रो. अबंरीश महाजन ने किया बेविनार में नशा मुक्त भारत अभियान के राष्ट्रीय संयोजक अक्षत कांत भी मौजूद रहे इस बेविनार में काफी संख्या में छात्रों-शोद्यार्थियों ने भाग लिया.

विवि के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री के नशा मुक्त भारत अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा सर्वागींण विकास की शिक्षा होनी चाहिए, कुछ करने के लिए सीखना इस बात पर आधारित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में संयुक्त परिवारों की प्रथा खत्म हो रही है और हम भारतीय इस प्रथा के लिए जाने जाते हैं, लेकिन समय के साथ दुर्भाग्य से भारत में भी अब संयुक्त परिवार खत्म हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हम बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और आज बच्चे मादक पदार्थों के सेवन के प्रति आकर्षित हो रहे हैं स्वामी विवेकानंद ने भी यही कहा था कि शिक्षा वो नहीं है कि जो जबरदस्ती किसी के मस्तिष्क में डाली जाए, या कौतूहल पैदा किया जाए इससे बच्चों को वो ज्ञान नहीं मिलेगा गुरू-शिष्य का तालमेल नहीं बैठ पाएगा. शिक्षा उनके लिए बोझ बन जाती है तो विद्यार्थी का नशे की तरफ झुकाव होने लगता है उन्होंने कहा कि परिजन भी बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं उन्होंने कहा कि शिक्षा से व्यक्तित्व निर्माण होना चाहिए जीवन का उद्देश्य क्या है बच्चों को समझाना होगा.

वहीं, बतौर मुख्य अतिथि राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि 90 साल हमें देश को आजाद करवाने में लगे करीब छह लाख 32 हजार लोगों ने अपनी कुर्बानी दी तब अंग्रेजों को यहां से भगा पाए, लेकिन अब नशे के सेवन से कई प्रकार के अपराध हो रहे हैं. करीब 10 लाख लोगों की मौत सालाना हो रही है. उन्होंने कहा कि नशे के कई प्रकार हैं नशे के सेवन से हो रही बीमारियों की चपेट में आने से हर साल करीब 5 लाख लोग अपनी जान गंवा रहे हैं.

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