पालमपुर: जिला कांगड़ा के पालमपुर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान सोलन ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. लीन मैन्यूफेक्चरिंग योजना के विषय पर आयोजित कार्यक्रम में लगभग 40 उद्यमियों ने भाग लिया.
मुख्य प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र धर्मशाला राजेश कुमार ने कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए उद्यमियों को तिल का लाभ लेने का आह्वान किया. कार्यशाला में मुख्य वक्ता गोरख सिंह राणा ने उद्यमियों को तिल के बारे विस्तार पूर्वक बताया. वहीं, सीएसआईआर आईएचबीटी पालमपुर के वैज्ञानिक डॉ. गिरीश ने उद्यमियों को हिमाचल की जड़ी बूटियों एवं प्राकृतिक वनस्पतियों का उपयोग कर उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया.
जिला उद्योग केंद्र धर्मशाला के मुख्य प्रबंधक राजेश कुमार ने कहा कि लीन मैन्यूफेक्चरिंग योजना में 36 लाख रुपये भारत सरकार उपलब्ध करवाएगी जिसमें 10 उद्योग के क्लस्टर में शामिल किए जाएंगे. योजना में सूक्ष्म व लघु उद्योगों में सामंजस्य बैठाना, समस्याएं दूर करना, वेस्टेज को खत्म करना आदि के बारे में भी विश्वस्तरीय तकनीक दी जाएगी.
राजेश कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 18 से 45 साल पूरा कर चुका कोई भी युवा भाग ले सकता है और 60 लाख तक का कोई भी प्रोजेक्ट योजना में लगा सकता है. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान सोलन सहायक निदेशक बी पी मीना ने कहा कि एक दिवसीय शिविर फ्लोर मिल संघ के साथ बैठक की गई. एमएसएमई मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई और संगठित होकर क्लस्टर विकास कार्यक्रम के तहत क्लस्टर बनाने के लिए प्रेरित किया. आटा उद्योग का लिंक क्लस्टर बनाने की भी शुरुआत की गई.
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