कांगड़ा: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राजकीय महाविद्यालय के त्रिगर्त सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया (INTERNATIONAL WOMENS DAY 2022) गया. कार्यक्रम में वन मंत्री राकेश पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वन मंत्री ने ज्योति प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं का सामजिक, आर्थिक उत्थान और समान अवसर प्रदान करना सरकार की उच्च प्राथमिकता है. प्रदेश के विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित बनाने के लिए महिला कल्याण व उत्थान योजनाओं को सुदृढ़ करने के साथ-साथ अनेक नई योजनाएं चलाई गई हैं.
वन मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं की जानकारी गांव में महिलाओं तक पहुंचाने का आग्रह किया. उन्होंने महिलाओं से भी कहा कि उन्हें सभी कार्यों में आगे आना पड़ेगा तभी विकास संभव (happy womens day 2022) है. उन्होंने कहा कि बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं और वो बेटियां ही हैं जो दो परिवारों को जोड़ती हैं. वन मंत्री ने कुछ क्षेत्रों में घटते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के अंतर्गत जिले में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, स्वाभिमान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया.
उन्होंने कहा कि बेटा और बेटी के बीच भेदभाव की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव लाना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है. उन्होंने इसके लिए सभी से सक्रिय भागीदारी एवं सहयोग का आग्रह (WOMENS DAY CELEBRATED IN KANGRA) किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘शक्ति बटन ऐप’ और महिलाओं के प्रति हिंसक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए 'गुड़िया हेल्पलाइन' 1515 आरंभ की गई है.
उन्होंने कहा कि महिलाओं ने राज्य के विकास में अहम योगदान दिया (Rakesh Pathania celebrate womens day) है. राज्य सरकार भी महिला सुरक्षा और बेहतरी के लिए जरूरी अवसर प्रदान करने के लिए संकल्पित है ताकि प्रदेश की महिलाएं सम्मान के साथ जी सकें. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी हाल ही में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय को 9000 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6100, आंगनबाड़ी सहायिका को 4700 रुपये, आशा वर्कर्स को 4700 रुपये, सिलाई अध्यापिकाओं को 7950 रुपये, मिड डे मील वर्कर्स को 3500 रुपये तथा वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 3900 रुपये प्रतिमाह किया गया है.
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