धर्मशाला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के कौशल भारत, कुशल भारत (kaushal bharat, kushal bharat in himachal) के सपने को पुरा करने के लिए हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम (himachal pradesh kaushal vikas nigam) का एक कदम के तहत प्रदेश के दिव्यांगजनों को कौशल प्रशिक्षण (Skill training for disabled people of the state) दिया जाएगा. अब तक सामान्य वर्ग वालों को ही प्राथमिकता दी जाती थी, लेकिन अब दिव्यांगजनों को भी मुख्य धारा से जोड़ कर व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था की गयी है.
कौशल विकास निगम और नवज्योति प्रशिक्षण संस्था (Skill Development Corporation and Navjyoti Training Institute) के माध्यम से सोमवार को कांगड़ा के गगल प्रशिक्षण केंद्र (Gagal Training Center in Kangra) में 40 प्रशिक्षुओं के पहले बैच की शुरुआत की गयी. जिसमें 30 पुरुष और 10 महिलाएं हैं. कुल 300 प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण के लक्ष्य को एक वर्ष में पुरा किया जायेगा. प्रशिक्षण रिटेल एवं पर्यटन और आतिथ्य (Retail & Tourism & Hospitality) के क्षेत्र में दिया जाएगा. जिसमें मूक बधिर एवं शारीरिक रूप से अक्षम (deaf and physically disabled) प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी और प्रशिक्षण के उपरांत उनके रोजगार के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा. ऐसे प्रशिक्षु जो प्रशिक्षण केंद्र आने में असमर्थ होंगे उनके लिए निःशुल्क आवास की भी व्यवस्था (free accommodation) है.
इस मौके पर निगम के प्रदेश समन्वयक नवीन शर्मा (Corporation state coordinator Naveen Sharma) उपस्थित थे. जिन्होंने प्रशिक्षण का शुभारंभ किया. शर्मा ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) भी दिव्यांगजनों के प्रशिक्षण के लिये प्रयासरत हैं व समय समय पर इस से जुड़े मामलों की समीक्षा की जाती रही है. यह कौशल प्रशिक्षण न केवल दिव्यांगजनों को संबल प्रदान करेगा बल्कि उनके रोजगार और स्वरोजगार के द्वार भी खोलेगा. दिव्यांगजनों के कौशल प्रशिक्षण के लिए कौशल विकास निगम का एक सराहनीय पहल है.
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