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सेवा का जज्बा! कोरोना काल में धर्मशाला में जरूरतमदों की भूख मिटा रहा गुप्ता परिवार

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Published : May 20, 2021, 3:07 PM IST

कोविड पॉजिटिव परिवारों से बेरुखी की खबरें इन दिनों आम हो चुकी हैं. सगे संबंधी सभी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में हिमाच में पड़ोसी और कुछ संस्थाएं कोरोना के इस तूफान में उम्मीद की लौ जलाए हुए हैं. ऐसा ही परिवार है धर्मशाला का गुप्ता परिवार जो रोजना कोरोना पॉजिटिव मरीजों के तीमारदारों को नाश्ता मुहैया करा रहा है.

फोटो.
फोटो.

धर्माशाला: कोरोना महामारी के इस दौर में जहां अपने अपनों से दूरी बना रहे हैं. ऐसे में मानवता की मिसाल पेश करते हुए कांगड़ा जिले के धर्मशाला का गुप्ता परिवार इंसानियत की मिसाल पेश कर रहा है. रोजाना टांडा मेडिकल कॉलेज में एडमिट कोरोना पॉजिटिव मरीजों के तीमारदारों और आस-पास के लोगों को सुबह का नाश्ता मुहैया कराया जा रहा है.

शुरुआत में पांच लोगों को नाश्ता कराया जा रहा था. लेकिन अब रोजाना 100 से ज्यादा लोगों को नाश्ता कराया जा रहा है. अब इनके काम में शहर के अन्य लोग भी जुड़ गए हैं. जो किसी न किसी रूप में अपनी सहभागिता दर्ज करा रहे हैं.

इंसान की मदद करना ही असली धर्म

गुप्ता परिवार के मुखिया विनय गुप्ता बताते हैं कि वह आरएसएस के साथ जुड़े हुए हैं और उनको लोगों की सेवा करने में आनंद आता है और वह सुबह के नाश्ते को लोगों तक पहुंचा कर सुकून महसूस करते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौर में इंसान की मदद करना ही असली धर्म है.

वीडियो रिपोर्ट.

सुबह 5 बजे से शुरू होता है नाश्ता बनाने का काम

नाश्ते बनाने में काफी वक्त लगता है. इस लिए विनय गुप्ता सुबह चार बजे ही जाग जाते है. उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य पांच बजे से नाश्ता बनाने में जुट जाते हैं. मरीजों के तीमारदार और पास पड़ोस के लोगों सुबह 9 बजे से घर में बना यह नाश्ता बांटना शुरू हो जाता है. हर रोज लोगों को बदल-बदल कर नाश्ता दिया जाता है.

महामारी में इंसानियत को जिंदा रखने की कोशिश

विनय गुप्ता की पत्नी वसुधा का कहना है कि आज इस महामारी के दौर में अगर इंसानियत को जिंदा रखना है तो इंसान की मदद करनी होगी. इस मुश्किल समय में लोग एक दूसरे से दूर जाने के बजाय अपने आस-पास के लोगों की मदद करें.

मरीजों के तीमारदार इस सेवाभाव से खुश

मरीजों के साथ अस्पताल पहुंच रहे तीमारादारों का कहना है कि आज के इस समय में कोई किसी की मदद नहीं करता लेकिन गुप्ता परिवार बहुत ही भला काम कर रहा है. तीमारदारों का कहना है कि उन्हें सुबह-सुबह नाश्ता मिल जाता है. इस तरह का सेवाभाव दूसरे लोगों में भी जागना चाहिए ताकि इस मुश्किल दौर में किसी जरूरतमंद को परेशानी न हो.

इस मुहिम में सामाजिक संस्थाओं का साथ

रोटरी क्लब कांगड़ा के अध्यक्ष सुनील डोगरा बताते हैं कि विनय गुप्ता रोटरी क्लब कांगड़ा के सदस्य हैं. इन्होंने इस मुहिम की शुरुआत पांच लोगों को खाना खिलाने से की थी. क्लब के अन्य मेंबर्स और शहर की अन्य सामाजिक संस्था भी विनय गुप्ता की इस मुहिम में साथ दे रही हैं. उन्हें जरूरत के सारे सामान मुहैया कराए जा रहे हैं ताकि लोगों की मदद में कोई कमी न आए.

ये भी पढ़ें: स्थिति के हिसाब से बढ़ाया जाएगा कोरोना कर्फ्यू, हिमाचल में कोविड को लेकर पूरी तैयारियां- CM जयराम

धर्माशाला: कोरोना महामारी के इस दौर में जहां अपने अपनों से दूरी बना रहे हैं. ऐसे में मानवता की मिसाल पेश करते हुए कांगड़ा जिले के धर्मशाला का गुप्ता परिवार इंसानियत की मिसाल पेश कर रहा है. रोजाना टांडा मेडिकल कॉलेज में एडमिट कोरोना पॉजिटिव मरीजों के तीमारदारों और आस-पास के लोगों को सुबह का नाश्ता मुहैया कराया जा रहा है.

शुरुआत में पांच लोगों को नाश्ता कराया जा रहा था. लेकिन अब रोजाना 100 से ज्यादा लोगों को नाश्ता कराया जा रहा है. अब इनके काम में शहर के अन्य लोग भी जुड़ गए हैं. जो किसी न किसी रूप में अपनी सहभागिता दर्ज करा रहे हैं.

इंसान की मदद करना ही असली धर्म

गुप्ता परिवार के मुखिया विनय गुप्ता बताते हैं कि वह आरएसएस के साथ जुड़े हुए हैं और उनको लोगों की सेवा करने में आनंद आता है और वह सुबह के नाश्ते को लोगों तक पहुंचा कर सुकून महसूस करते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौर में इंसान की मदद करना ही असली धर्म है.

वीडियो रिपोर्ट.

सुबह 5 बजे से शुरू होता है नाश्ता बनाने का काम

नाश्ते बनाने में काफी वक्त लगता है. इस लिए विनय गुप्ता सुबह चार बजे ही जाग जाते है. उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य पांच बजे से नाश्ता बनाने में जुट जाते हैं. मरीजों के तीमारदार और पास पड़ोस के लोगों सुबह 9 बजे से घर में बना यह नाश्ता बांटना शुरू हो जाता है. हर रोज लोगों को बदल-बदल कर नाश्ता दिया जाता है.

महामारी में इंसानियत को जिंदा रखने की कोशिश

विनय गुप्ता की पत्नी वसुधा का कहना है कि आज इस महामारी के दौर में अगर इंसानियत को जिंदा रखना है तो इंसान की मदद करनी होगी. इस मुश्किल समय में लोग एक दूसरे से दूर जाने के बजाय अपने आस-पास के लोगों की मदद करें.

मरीजों के तीमारदार इस सेवाभाव से खुश

मरीजों के साथ अस्पताल पहुंच रहे तीमारादारों का कहना है कि आज के इस समय में कोई किसी की मदद नहीं करता लेकिन गुप्ता परिवार बहुत ही भला काम कर रहा है. तीमारदारों का कहना है कि उन्हें सुबह-सुबह नाश्ता मिल जाता है. इस तरह का सेवाभाव दूसरे लोगों में भी जागना चाहिए ताकि इस मुश्किल दौर में किसी जरूरतमंद को परेशानी न हो.

इस मुहिम में सामाजिक संस्थाओं का साथ

रोटरी क्लब कांगड़ा के अध्यक्ष सुनील डोगरा बताते हैं कि विनय गुप्ता रोटरी क्लब कांगड़ा के सदस्य हैं. इन्होंने इस मुहिम की शुरुआत पांच लोगों को खाना खिलाने से की थी. क्लब के अन्य मेंबर्स और शहर की अन्य सामाजिक संस्था भी विनय गुप्ता की इस मुहिम में साथ दे रही हैं. उन्हें जरूरत के सारे सामान मुहैया कराए जा रहे हैं ताकि लोगों की मदद में कोई कमी न आए.

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