ज्वालामुखीः विधानसभा के पूर्व कांग्रेस विधायक संजय रतन ने शनिवार को जिला में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी विधायक रमेश ध्वाला पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ध्वालामपुत्र मोह में फंसे हुए हैं. शिमला में कांग्रेस की ओर से उठाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब देने की जगह मुख्यमंत्री और संगठन की ओर जनता का ध्यान मोड़ कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं.
संजय रतन ने कहा कि ध्वाला इतने ही ईमानदार हैं तो इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाएं. उन्होंने कहा कि दस्तावेजों में मार्च महीने में प्रधानमंत्री सड़क योजना में आघार से कंडी सड़क की पैकेज नंबर 298 अपग्रेडेशन में सड़क का कोई भी काम नहीं हुआ है. साथ ही 54 लाख 15 हजार 651 रुपए की पेमेंट भी कर दी गई है. इसी ठेकेदार को 5 काम और दिए गए हैं. उन्होंने शिमला में खुद मीडिया में कबूला है कि ठेकेदार ने काम जून में शुरु किया है.
संजय रतन ने कहा कि ध्वाला अपने बेटों के साथ रिश्तेदारों को ठेकेदार बनाकर खूब फल फूल रहे हैं. अपने बेटे की फैक्टरी से ज्वालामुखी विस में अन्य ठेकेदारों से इंटरलॉक टाइल खरीदने का दबाव बनाकर परिवार को मालामाल कर रहे हैं. ध्वाला जनता को बताऐं की उनके बेटे की फैक्टरी का इन तीन वर्षों और पिछले पांच वर्षों में कितना टर्नओवर है.
पूर्व विधायक ने कहा कि लोनिवि देहरा डिविजन में अपने चहेते बीजेपी पदाधिकारियों को बिना टैंडर के लाखों के काम दिए गए. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से हम मांग करते हैं कि प्रदेश सरकार जहां भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात करती है, इसलिए हमने यह खुलासा किया है. इस ठेकेदार व लोनिवि डिवीजन देहरा की विजिलैंस जांच करवाई जाए.
ज्वालामुखी बस अड्डे, बौहण चौंक, चंबापतन में टाइलें बिना टैंडर के लग रही हैं. इन कामों के जरिए पुत्रमोह में करोड़ों रुपए का फायदा अपने परिवार को दिया. 1 करोड़ की कच्ची नालियां भी बनाई गई हैं, लेकिन बिना काम किए हुए अपने खातों में पैसा डाल रहे हैं. इन सारे मामलों की जांच होनी चाहिए. वहीं, सरकार इस भ्रष्टाचार के मामलों पर जांच नहीं करती है तो कांग्रेस सड़कों पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेगी.