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दिल्ली में गई कोरोना मरीज की जान, कांगड़ा में किया गया अंतिम संस्कार

कांगड़ा जिला के एक बुजुर्ग को दिल्ली के अस्पताल में बेड न मिलने से बुजुर्ग की मौत हो गई. बिजली बोर्ड दिल्ली से सेवानिवृत्त होने के बाद वह वहीं रह रहे था. कुछ दिन पहले बुजुर्ग निमोनिया की चपेट में आ गए. उन्हें कई दिनों तक दिल्ली के अस्पतालों में बेड नहीं मिला जिसके बाद परिजनों ने डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति से फोन पर मदद मांगी थी.

DC Office kangra
डीसी ऑफिस
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Published : Jun 16, 2020, 2:33 PM IST

धर्मशाला: कोरोना वायरस के जहां प्रदेश में मामले बढ़ रहे हैं. वहीं, जिला कांगड़ा में भी मामलों में इजाफा हो रहा है. कांगड़ा जिला के एक बुजुर्ग को दिल्ली के अस्पताल में बेड न मिलने से बुजुर्ग की मौत हो गई. जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर के आलमपुर निवासी 62 साल का बुजुर्ग करीब 35 वर्षों से दिल्ली में परिवार के साथ रह रहा था.

बिजली बोर्ड दिल्ली से रिटायर होने के बाद वह वहीं रह रहे था. कुछ दिन पहले बुजुर्ग निमोनिया की चपेट में आया था. बुजुर्ग कई दिनों तक दिल्ली के अस्पतालों में बेड नहीं मिला जिसके बाद परिजनों ने डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति से फोन पर मदद मांगी थी. डीसी ने कहा था कि पहले बुजुर्ग का दिल्ली में कोरोना टेस्ट करवाना होगा, उसके बाद वह कांगड़ा में लाकर इलाज करवा सकते हैं.

वहीं, डीसी कांगड़ा ने दिल्ली में डीएम से बात की और बुजुर्ग व्यक्ति का कोरोना टेस्ट करवाया. रविवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद डीसी ने परिजनों से कहा कि बुजुर्ग व्यक्ति को कांगड़ा लेकर आएं ताकि उनका इलाज शुरू हो सके. परिजन बुजुर्ग व्यक्ति को एंबुलेंस में लाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन सोमवार सुबह चार बजे बुजुर्ग की मौत हो गई.

बुजुर्ग की आखिरी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार उनके गांव में किया जाए जिसको देखते हुए उनके परिजनों को पार्थिव शरीर लाने की अनुमति दी गई. बुजुर्ग को उनकी पत्नी और बेटी सोमवार को एंबुलेंस से आलमपुर लाए. उनका बेटा लॉकडाउन से पहले ही मार्च में दिल्ली से आलमपुर आया था. बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार में परिवार से 5 और प्रशासन से 4 लोग मौजूद रहे.

सोमवार दोपहर को बुजुर्ग का अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख में आलमपुर में ब्यास नदी के किनारे किया गया. इस मौके पर उपमंडलाधिकारी जयसिंहपुर विक्रम महाजन, पंचायत प्रधान मनोहर लाल, नायब तहसीलदार हंसराज, कानूनगो कुशल सिंह व लंबागांव पुलिस के एसएचओ रूपलाल ठाकुर मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें: HPU में फिर बढ़ाई पीजी कोर्स में ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि

धर्मशाला: कोरोना वायरस के जहां प्रदेश में मामले बढ़ रहे हैं. वहीं, जिला कांगड़ा में भी मामलों में इजाफा हो रहा है. कांगड़ा जिला के एक बुजुर्ग को दिल्ली के अस्पताल में बेड न मिलने से बुजुर्ग की मौत हो गई. जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर के आलमपुर निवासी 62 साल का बुजुर्ग करीब 35 वर्षों से दिल्ली में परिवार के साथ रह रहा था.

बिजली बोर्ड दिल्ली से रिटायर होने के बाद वह वहीं रह रहे था. कुछ दिन पहले बुजुर्ग निमोनिया की चपेट में आया था. बुजुर्ग कई दिनों तक दिल्ली के अस्पतालों में बेड नहीं मिला जिसके बाद परिजनों ने डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति से फोन पर मदद मांगी थी. डीसी ने कहा था कि पहले बुजुर्ग का दिल्ली में कोरोना टेस्ट करवाना होगा, उसके बाद वह कांगड़ा में लाकर इलाज करवा सकते हैं.

वहीं, डीसी कांगड़ा ने दिल्ली में डीएम से बात की और बुजुर्ग व्यक्ति का कोरोना टेस्ट करवाया. रविवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद डीसी ने परिजनों से कहा कि बुजुर्ग व्यक्ति को कांगड़ा लेकर आएं ताकि उनका इलाज शुरू हो सके. परिजन बुजुर्ग व्यक्ति को एंबुलेंस में लाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन सोमवार सुबह चार बजे बुजुर्ग की मौत हो गई.

बुजुर्ग की आखिरी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार उनके गांव में किया जाए जिसको देखते हुए उनके परिजनों को पार्थिव शरीर लाने की अनुमति दी गई. बुजुर्ग को उनकी पत्नी और बेटी सोमवार को एंबुलेंस से आलमपुर लाए. उनका बेटा लॉकडाउन से पहले ही मार्च में दिल्ली से आलमपुर आया था. बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार में परिवार से 5 और प्रशासन से 4 लोग मौजूद रहे.

सोमवार दोपहर को बुजुर्ग का अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख में आलमपुर में ब्यास नदी के किनारे किया गया. इस मौके पर उपमंडलाधिकारी जयसिंहपुर विक्रम महाजन, पंचायत प्रधान मनोहर लाल, नायब तहसीलदार हंसराज, कानूनगो कुशल सिंह व लंबागांव पुलिस के एसएचओ रूपलाल ठाकुर मौजूद रहे.

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