कांगड़ा: जिला कांगड़ा के देहरा विकास खंड कार्यालय में पंचायत स्तर पर चल रहे विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई. बैठक में विधायक होशियार सिंह राणा ने कहा कि विकास कार्यों को समयबद्व पूरा करने के लिए पंचायत सचिवों एवं तकनीकी सहायकों में आपसी समन्वय होना जरूरी है.
विधायक ने कहा कि 14वें वितायोग, विधायक निधी, सांसद निधि के तहत आवंटित धनराशि का सही उपयोग किया जाए और लंबे समय से विकास कार्य शुरू नहीं हो पाए हैं, उस धनराशि को वापस किया जाए ताकि अन्य विकास कार्यों के लिए धनराशि आवंटित की जा सके.
बैठक में विधायक होशियार सिंह राणा और डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने देहरा विकास खंड में विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण भी किया और विकास कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने के दिशा निर्देश भी दिए गए.
इस अवसर पर डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने सभी पंचायतों में विकास कार्यों की नियमित समीक्षा भी की और जिन पंचायतों में निर्धारित लक्ष्य पूरे नहीं किए जाएंगे उन पंचायतों के पंचायत सचिवों और तकनीकी सहायकों की जवाबदेही भी सुनिश्चित की जाएगी.
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि मनरेगा में सौ दिन का कार्य पूरा करने वाले कामगारों को श्रम विभाग में पंजीकृत करने के लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएं ताकि मनरेगा कामगारों को भी श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके.
इससे पहले बीडीओ राजीव सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए देहरा विकास में चल रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि मनरेगा के तहत इस साल 11 करोड़ 78 लाख की राशि व्यय की गई है जबकि चालू वित्त वर्ष में भी निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जाएगा.
जनप्रतिनिधि नशा निवारण में निभा सकते हैं अहम भूमिका
इस दौरान डीसी कांगड़ा ने कहा कि नशा निवारण में पंचायत प्रतिनिधि अहम भूमिका निभा सकते हैं. इस अवसर पर पंचायतों को प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प भी लिया गया और पंचायत प्रतिनिधियों को जूट के थैले भी वितरित किए गए. उन्होंने कहा कि अपनी अपनी पंचायतों में नशा निवारण अभियान को प्रमुखता से अपनाएं और युवा पीढ़ी को भी नशे के दुष्प्रभावों के बारे अवगत करवाएं.
ये भी पढ़ें- नशे के खिलाफ कुल्लू पुलिस की 'सर्जिकल स्ट्राइक', चरस के साथ गिरफ्तार आरोपी की लाखों की संपत्ति सीज