देहरा/कांगड़ाः जिला के उपमंडल में रविवार सुबह अचानक अंधेरा छा गया, देखते ही देखते तेज आंधी के साथ बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. लगातार कुदरत की मार झेल रहे किसानों पर इस बारिश ने फसलों को भी नष्ट कर दिया.
वहीं, पहले ही कोरोना वायरस के चलते किसानों को काफी नुकसान हो चुका है. वहीं, बारिश ने किसानों को और निराश कर दिया है. जिला कांगड़ा के निचले क्षेत्रों में गत दिनों गेहूं की कटाई एवं थ्रेशिंग के समय बारिश ने फसल बर्बाद कर दी थी. खेतों में रखी फसल पानी की बजह से ख़राब हो गई थी. खेतों में गेहूं की पक्की फसल काटने के साथ थ्रेशिंग का कार्य भी रोकना पड़ा था.
रविवार को सुबह हुई बारिश से गेहूं की फसल के बाद अब सब्जियों पर भी अपना असर डाल दिया है. बारिश से भिन्डी, बैंगन, लौकी, करेले, मटर फली एवं खीरे की फसल को कई क्षेत्रों में काफी नुकसान पहुंचा है.
उपमंडल देहरा में शनिवार को अधिकतम तापमान होने की वजह से मौसम गरम रहा. रविवार को सुबह तेज आंधी आने से चारों ओर अंधेरा छा गया. कुछ ही देर बाद तेज आंधी के साथ जोर से बारिश शुरू हो गई. देहरा के क्षेत्रों में करीब 20 मिनट तक बारिश हुई. तापमान गिरने से लोगों को राहत मिली मगर आंधी से विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई, जिससे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
देहरा के किसान सुरिंदर ठाकुर एवं राजीव का कहना है कि पहले ही बारिश की वजह से हमारी गेहूं की फसल खराब हो गई थी और आज आंधी तूफान बारिश से सब्जियों की फसल भी लगभग खराब हो गई है. उन्होंने कहा कि किसानों ने जो भी फसल लगाई थी वह आज तूफान और बारिश की वजह से खराब हो गई है.
ये भी पढ़ें- देवभूमि में यहां दिख रही एक भारत की तस्वीर, आपसी भाईचारे के साथ कोरोना से जंग