धर्मशाला: आयुर्वेद विभाग में दैनिक वेतन भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन आज तक वे नियमित नहीं हुए हैं. इस बात को लेकर आयुर्वेद विभाग दैनिक भोगी खासा नाराज हैं. इस संदर्भ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने संघ के प्रदेशाध्यक्ष तरसेम कुमार की अध्यक्षता में जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है.
उन्होंने कहा कि वे प्रदेश सरकार से कई बार मिलकर नियमितीकरण की मांग रख चुके हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाए आज तक कोई भी हल नहीं हुआ है. कर्मचारियों का कहना है कि इस थोड़े से वेतन से वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ हैं और इन कर्मचारियों को ना तो किसी प्रकार की पेंशन और ना ही ग्रेच्युटी की सुविधा है.
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार व प्रदेश महासचिव मोहर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विमल कुमार का कहना है कि प्रदेश सरकार इन 200 रिक्त पदों को भरने का प्रावधान और अन्य विभागों के रिक्त पदों पर 20 दिन के अंदर नियमित करने का कोई प्रावधान नहीं करती है तो महासंघ 5 अगस्त को जिला कांगड़ा के पालमपुर में मुंह पर काली पट्टी बांधकर रोड प्रदर्शन करेंगे और नियमितीकरण के लिए सरकार के प्रति भारी रोष प्रकट करेंगे.