ETV Bharat / city

आयुर्वेद विभाग के दैनिक भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने खोला मोर्चा, सरकार से की ये मांग

आयुर्वेद विभाग में दैनिक वेतन भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन आज तक नियमित नहीं होने के कारण बेहद परेशान हैं. इस बात को लेकर आयुर्वेद विभाग दैनिक भोगी खासा नाराज हैं

आयुर्वेद विभाग के दैनिक भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने खोला मोर्चा
author img

By

Published : Jul 16, 2019, 10:10 AM IST

धर्मशाला: आयुर्वेद विभाग में दैनिक वेतन भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन आज तक वे नियमित नहीं हुए हैं. इस बात को लेकर आयुर्वेद विभाग दैनिक भोगी खासा नाराज हैं. इस संदर्भ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने संघ के प्रदेशाध्यक्ष तरसेम कुमार की अध्यक्षता में जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है.

आयुर्वेद विभाग के दैनिक भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने खोला मोर्चा

उन्होंने कहा कि वे प्रदेश सरकार से कई बार मिलकर नियमितीकरण की मांग रख चुके हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाए आज तक कोई भी हल नहीं हुआ है. कर्मचारियों का कहना है कि इस थोड़े से वेतन से वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ हैं और इन कर्मचारियों को ना तो किसी प्रकार की पेंशन और ना ही ग्रेच्युटी की सुविधा है.

महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार व प्रदेश महासचिव मोहर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विमल कुमार का कहना है कि प्रदेश सरकार इन 200 रिक्त पदों को भरने का प्रावधान और अन्य विभागों के रिक्त पदों पर 20 दिन के अंदर नियमित करने का कोई प्रावधान नहीं करती है तो महासंघ 5 अगस्त को जिला कांगड़ा के पालमपुर में मुंह पर काली पट्टी बांधकर रोड प्रदर्शन करेंगे और नियमितीकरण के लिए सरकार के प्रति भारी रोष प्रकट करेंगे.

धर्मशाला: आयुर्वेद विभाग में दैनिक वेतन भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन आज तक वे नियमित नहीं हुए हैं. इस बात को लेकर आयुर्वेद विभाग दैनिक भोगी खासा नाराज हैं. इस संदर्भ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने संघ के प्रदेशाध्यक्ष तरसेम कुमार की अध्यक्षता में जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा है.

आयुर्वेद विभाग के दैनिक भोगी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने खोला मोर्चा

उन्होंने कहा कि वे प्रदेश सरकार से कई बार मिलकर नियमितीकरण की मांग रख चुके हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाए आज तक कोई भी हल नहीं हुआ है. कर्मचारियों का कहना है कि इस थोड़े से वेतन से वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ हैं और इन कर्मचारियों को ना तो किसी प्रकार की पेंशन और ना ही ग्रेच्युटी की सुविधा है.

महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार व प्रदेश महासचिव मोहर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विमल कुमार का कहना है कि प्रदेश सरकार इन 200 रिक्त पदों को भरने का प्रावधान और अन्य विभागों के रिक्त पदों पर 20 दिन के अंदर नियमित करने का कोई प्रावधान नहीं करती है तो महासंघ 5 अगस्त को जिला कांगड़ा के पालमपुर में मुंह पर काली पट्टी बांधकर रोड प्रदर्शन करेंगे और नियमितीकरण के लिए सरकार के प्रति भारी रोष प्रकट करेंगे.

Intro:धर्मशाला- आयुवेर्दा विभाग दैनिक भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीमहासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार की अध्यक्षता में जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा है कि आयुर्वेद विभाग में दैनिक वेतन भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन आज तक नियमित नहीं हुए हैं। प्रदेश सरकार से कई बार मिलकर नियमितीकरण की मांग रख चुके हैं लेकिन आश्वासन के सिवाय आज तक कोई भी हल नहीं हुआ है । वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया था कि जिन विभागों में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 5 वर्ष व 1 वर्ष के 240 दिन व 30 सितंबर तथा 30 मार्च तक नियमों को पूरा करते हैं।




Body:उन्हें नियमित किया जाएगा लेकिन आयुवेर्दा विभाग में सभी प्रदेश सरकार के नियमों और शर्तों को पूरा करते हुए नियमित नहीं हुए हैं। अन्य विभाग के कर्मचारी इन नियमों के तहत नियमित हो गए हैं । वर्ष 2000 व 2001 में इन कर्मचारियों को भाजपा सरकार ने ही नियुक्तियां दिलाई हैं और 20 वर्षों की सेवा देने के उपरांत नियमितीकरण की आस में कई कर्मचारियों की अकस्मात मृत्यु हो गई और कई कर्मचारी दैनिक भोगी पद पर ही रिटायर हो गए और कई रिटायर होने की कगार पर है। 





Conclusion:कर्मचारियों का कहना है कि इस थोड़े से वेतन से वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ हैं एवं इन कर्मचारियों को ना तो किसी प्रकार की पेंशन और ग्रेच्युटी की सुविधा है। नियमितीकरण के ना होने पर इस अन्याय को मध्य नजर रखते हुए महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार व प्रदेश महासचिव मोहर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विमल कुमार ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश सरकार इन 200 रिक्त पदों को भरने का प्रावधान अर्थात अन्य विभागों के रिक्त पदों पर 20 दिन के अंदर नियमित करने का कोई प्रावधान नहीं करती है तो यह महासंघ 5 अगस्त को जिला कांगड़ा के पालमपुर में मुंह पर काली पट्टियां बांधकर रोड प्रदर्शन करेंगे और नियमितीकरण के लिए सरकार के प्रति भारी रोष प्रकट करेंगे 5 अगस्त के बाद आयुर्वेद मंत्री विपिन कुमार के घर के समक्ष मुंह पर काली पट्टियां बांधकर धरने पर बैठ जाएंगे यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश सरकार इन गरीब वर्ग कर्मचारियों को न्याय ना सके।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.