चंबा: हिमाचल सरकार की नई खनन नीति के विरोध में क्रशर संचालकों की हड़ताल का असर चंबा में देखने को मिल रहा है. हड़ताल का असर ट्रक ऑपरेटरों के साथ-साथ विकास कार्यों पर भी दिखने लगा है. बंद पड़े कारोबार के चलते ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने भी सरकार के समक्ष नई नीति को बदलने की मांग उठाई है.
शनिवार को चंबा जिले के उपमंडल मुख्यालय भटियात के चुवाड़ी में ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने एक प्रेस वार्ता की. इस मौके पर ट्रक ऑपरेटर यूनियन भटियात के अध्यक्ष मातुल शर्मा ने कहा कि नई खनन नीति के विरोध में यदि क्रशर संचालकों की हड़ताल लंबी चलती है तो मैटेरियल की किल्लत पैदा हो सकती है. जिससे ना केवल सरकारी काम बल्कि पंचायतों में विकास कार्यों की गति ठप्प पड़ जाएगी.
मातुल शर्मा ने कहा कि सरकार के समक्ष नई खनन नीति को बदलने की मांग भटियात ट्रक ऑपरेटर यूनियन लगातार कर रही है. इस समय जिला चंबा व कांगड़ा में करीब सभी क्रशर बंद हैं. अगर नई खनन नीति को वापस नहीं लिया गया तो भटियात के छोटे बड़े सैकड़ों ट्रक ऑपरेटरों के सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाएगी.
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