चंबा: हिमाचल प्रदेश सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की बात तो करती है लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है. चंबा जिला के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत चारोड़ी और करेरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन दो पंचायतों की आबादी 10, 000 से अधिक है. यहां बीमार होने पर लोगों को 50 किलोमीटर दूर चंबा जाना पड़ता है.
कई बार लोगों ने स्थानीय विधायक से भी इन पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग की है, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. छोटी सी बीमारी के लिए भी लोगों को चंबा का रुख करना पड़ता है. अगर इन पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुलता है तो यहां की हजारों की आबादी को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सकता है. यहां कई गांव ऐसे हैं जो सड़क सुविधा से काफी दूर है, जहां लोगों को सड़क तक पहुंचने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारी दो पंचायत हैं, जिनकी आबादी हजारों में है लेकिन हमारी यहां पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जब कोई बीमार होता है तो उसे यहां से 50 किलोमीटर दूर चंबा जाना पड़ता है.
लोगों का कहना है कि कई बार स्थानीय विधायक को भी इस समस्या का अवगत करवा चुके हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है. विधायक हंस राज वर्तमान में हिमाचल विधानसभा के उपाध्यक्ष भी हैं. ऐसे में सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के दावों पर सवाल खड़े होने लगे हैं.