चंबाः शहर की सड़कों पर रेहड़ी फड़ी लगाने वाले कारोबारियों को जल्द ही पक्की दुकानें मिलेंगी. वहीं, रेहड़ी-फड़ी से सिकुड़ चुकी सड़कों पर लोगों को चलने में भी दिक्कतें नहीं झेलनी होगी.
इसको देखते हुए नगर परिषद गांधी गेट के पास सवा तीन करोड़ रुपये की लागत से वेंडर जोन बनाएगा. इस वेंडर जोन में करीब 200 दुकानें बनाई जाएंगी. पहले चरण में यहां शहर के पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धारकों को शिफ्ट किया जाएगा.
नगर परिषद के मुताबिक इसके बाद दूसरे रेहड़ी फड़ी धारकों को भी बसाया जा सकता है. वेंडर जोन में रेहड़ी-फड़ी धारकों को सामान बेचने के लिए पक्की दुकानें मुहैया करवाई जाएंगी. वेंडर जोन को बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने सवा तीन करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया है.
वहीं, नगर परिषद चंबा ने वेंडर जोन बनाने के लिए औपचारिकताएं पूरी करनी शुरू कर दी है. शहर में बड़ी संख्या में रेहड़ी-फड़ी धारक सड़क के किनारों में दुकानें लगाकर परिवार चलाते हैं, लेकिन इस वजह से ज्यादातर जगहों पर सड़कें संकरी हो गई है.
इससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतें झेलनी पड़ती है. वहीं, यातायात व्यवस्था भी प्रभावित होती है. इसको देखते हुए नगर परिषद ने शहर में वेंडिंग जोन बनाने का फैसला लिया है. नप के प्रस्ताव को प्रदेश सरकार ने मंजूरी देते हुए करीब सवा तीन करोड़ का बजट स्वीकृत कर लिया है.
इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैय्यर ने बताया कि गांधी गेट के साथ ही 200 दुकानें निर्मित होना प्रस्तावित है. इन दुकानों में पहले पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धारकों को शिफ्ट किया जाएगा. इसके बाद दुकानें शेष बचने पर शहर के अन्य रेहड़ी-फड़ी धारकों को भी यहां पर शिफ्ट किया जा सकता है.
इससे शहर में जगह-जगह पर रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों को उचित ठिकाना मिलेगा. वहीं, शहर की सुंदरता को बनाए रखने में नगर परिषद को मदद मिलेगी.