चंबाः दुनिया भर में कोरोना वायरस की महामरी ने अपना कहर मचाया हुआ है. भारत में भी मरीजों की संख्या में बढ़ रही है. दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग इस वायरस से ठीक भी हो रहे हैं. इस महामारी के चलते सभी धार्मिक स्थल भी बंद हैं और लोगों से घर में रह कर पूजा-अर्चना करने की अपील की जा रही है.
जिला चंबा का प्रसिद्ध भलेई माता का मंदिर भी बीते तीन महीनों से बंद है. ऐसे में मंदिर में भक्तों की रौनक गायब है. कोरोना के संकट से पहले इस समय मंदिर के आसपास लोगों को बेठने को जगह तक नहीं मिलती थी, लेकिन इस समय हालात अलग हैं. मंदिर प्रशासन ने भी सरकार के आदेशों को मानते हुए मंदिर के सभी रस्ते बंद कर दिए हैं.
फिलहाल, लोगों को माता के दर्शनों के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा. भलेई मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है. भलेई माता के मंदिर में सिर्फ माता को भोग लगाया जाता है. पुजारी समय पर माता की पूजा-अर्चना कर रहे हैं, लेकिन मंदिर के कपाट अभी भक्तों के दर्शनों के लिए नहीं खोले गए हैं.
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे घरों में रह कर ही माता की अराधना करें और इस महामारी से छुटकारा दिलाने की प्रार्थना करें. साथ ही उन्होंने लोगों से भी सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करने को कहा.
बता दें कि चंबा में भलेई मंदिर माता भद्रकाली का एक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है. कहा जाता है कि भद्रकाली मां भलेई भ्राण में स्वयंभू प्रकट हुई थीं. माता के मंदिर में क्षेत्र के स्थानीय लोगों के अलावा दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं. भलेई माता में भक्तों की गहरी आस्था है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण अगले आदेश तक मंदिर के कपाट बंद किए गए हैं.
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