चंबा: हिमाचल प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की बात कर रही है लेकिन हकीकत कुछ और ही है . पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में स्टाफ की कमी के चलते जयराम सरकार ने 27 डॉक्टरों के अस्थाई तौर पर चंबा मेडिकल कॉलेज के लिए आर्डर किए थे लेकिन ऑर्डर होने के बाद भी इन डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज चंबा में अभी तक ज्वाइन नहीं किया है. जिसके बाद सरकार की किरकिरी हो रही है. वहीं इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और डलहौजी से विधायक आशा कुमारी ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है .
विधायक आशा कुमारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश की जयरम सरकार को जमकर लपेटा और कहा कि उन्होंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के साथ इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया था कि चंबा मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की कमी है जिसके चलते जिला के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. जिसके बाद सरकार ने आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज से 27 डॉक्टरों के अस्थाई तौर पर 6 महीने के लिए चंबा जिला के लिए आर्डर किए थे लेकिन सरकार के आदेशों के बावजूद भी अभी तक चंबा मेडिकल कॉलेज में किसी भी डॉक्टर ने ज्वाइन नहीं किया है .
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दिए गए बयान कि, डॉक्टरों ने अभी तक ज्वाइन क्यों नहीं किया इसकी जांच की जाएगी, इस पर आशा कुमारी ने तंज कसते हुए कहा है कि मंत्री जी को यह मालूम होना चाहिए कि डॉक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया इसकी जांच नहीं होती है बल्कि, मंत्री को यह तय करना होता है कि डॉक्टर चंबा में ज्वाइन करें, लेकिन इस सरकार की आखिर सुनता ही कौन है और यही कारण है कि चंबा जिला के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.
आशा कुमारी ने कहा है कि अधिकारी ही सरकार के आदेश नहीं सुनते जिससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है. सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है. आशा कुमारी ने तंज कसते हुए कहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी जहां ऑर्डर भी होंगे और कर्मचारी-अधिकारी ऑर्डर का पालन भी करेंगे .
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