घुमारवीं: सोमवार को खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने मिनी सचिवालय का विधिवत भूमि पूजन करके भवन निर्माण के कार्य को हरी झंडी दे दी. सरकार बनने के बाद जब प्रदेश मुख्यमंत्री घुमारवीं दौरे पर पहली बार आए थे तो घुमारवीं के लोगों को मिनी सचिवालय की सौगात दी गयी थी. मिनी सचिवालय भवन का शिलान्यास मुख्यमंत्री पहले ही कर चुके हैं. अब भूमि पूजन के बाद भवन बनाने के कार्य का शुभारंभ भी हो गया. लोगों की समस्या के समाधान करने व उन्हें एक छत के नीचे सारी सुविधाएं देने के लिए विधायक राजेंद्र गर्ग ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष घुमारवीं में मिनी सचिवालय की मांग रखी थी. खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग (Food Supplies Minister Rajender Garg) ने अपने सम्बोधन में कहा कि लगभग साढ़े 26 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस भवन से दूर दराज से आने वाले लोगों के समय मे बचत होगी और साथ में एक ही जगह पर सभी विभागों के कार्यालय होने से उन्हें जगह जगह नहीं जाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जो जो वादे लोगों से किये थे वह पूरे किए गए है, क्योंकि भाजपा सरकार लोगो की हितैषी है. उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए अपने पहले एकदिवसीय दौरे 23 दिसंबर 2018 पर आए मुख्यमंत्री ने सबसे पहले मिनी सचिवालय की घोषणा की गई थी. यह मिनी सचिवालय का पांच मंजिला भवन बहुत ही अलीशान बनाया जा रहा है जिसमे धरातल पर पार्किंग की सुविधा होगी और अन्य मंजिलों पर विभिन्न विभागों के कार्यालय खोले जाएंगे.
घुमारवी खंड विकास कार्यालय के द्वारा (Minister Rajender Garg in Ghumarwin) दी गई आठ बीघा जमीन पर भवन का निर्माण कार्य लगभग साढ़े छब्बीस करोड़ रुपए खर्च कर बनाया जाएगा. इस मौके पर एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग दीपक कपिल, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग अरविंद वर्मा भाजपा घुमारवीं मंडल अध्यक्ष सुरेश ठाकुर, प्रेम सागर भारद्वाज, महामंत्री राजेश शर्मा, लक्की ठाकुर, विजय शर्मा, राजेश शर्मा, समेत कई लोग मौजूद रहे.
बता दें कि मिनी सचिवालय का निर्माण होने से घुमारवीं के लोगों को एक छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेंगी. घुमारवीं में बनने वाला मिनी सचिवालय पांच मंजिला होगा. जिसकी सबसे नीचे वाली मंजिल में वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग भी होगी. इससे यहां पर वाहनों को खड़ा करने की पार्किंग की टेंशन भी खत्म होगी. जानकारी के मुताबिक मिनी सचिवालय में दिव्यांगों को रैंप व रेलिंग की सुविधा मिलेगी. ड्राइंग में मीटिंग हाल, डिस्पेंसरी व कैंपस इंटरव्यू को कमरों के प्रावधान सहित मिनी सचिवालय में आने वाले लोगों को कई सुविधाएं होंगी. जब सभी विभाग एक छत कर नीचे होंगे तो लोगों को दो से तीन विभागों में काम करवाने के लिए दौड़-धूप नहीं करनी पड़ेगी.
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