बिलासपुर: 14 नवंबर से बिलासपुर जिले में 102 व 16 नंवबर से 108 एंबुलेंस के पहिए थमने जा रहे हैं. जिले में इस तारिख से आपातकाल एंबुलेंस की सुविधा मिलना बंद हो जाएगी. जिससे बिलासपुर जिले के मरीजों व उनके तीमारदारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की भी अब चिंताएं बढ़ गई हैं, क्योंकि जिला अस्पताल के पास भी मात्र दो ही एंबुलेंस हैं.
जानकारी के अनुसार 14 व 16 नवंबर को प्रदेश में चलने वाली एंबुलेंस का करार समाप्त होने जा रहा है. इसके साथ ही एंबुलेंस में काम करने वाले लगभग 120 से अधिक कर्मचारियों को भी नौकरी से सेवाएं समाप्त करने का नोटिस भी जारी हो गया है. ऐसे में अब बिलासपुर जिले के लोगों सहित स्वास्थ्य विभाग के लिए यह बहुत ही चिंताजनक बात सामने आई है.
बिलासपुर 108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी राहुल वर्मा ने बताया कि जिला में 14 व 16 नवंबर से एंबुलेंस बंद होने जा रही है. इसके लिए कंपनी की ओर से उन्हें व कर्मचारियों को नोटिस भी जारी हो गया है. इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन को भी इस संदर्भ में अवगत करवा दिया गया है. बता दें कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत इस प्रक्रिया को सुचारू करने के लिए प्रयास तो किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक अगला अनुबंध किस कंपनी को और कब दिया जाएगा इस पर संशय अभी भी बरकरार है. बिलासपुर जिले के 120 से अधिक कर्मचारियों को अन्य कंपनी उन्हीं मापदंडों पर सेवाएं देने के लिए कहेगी या उसमें परिवर्तन करेगी इस पर भी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है.
गौरतलब है कि बिलासपुर जिले के साथ लगते स्वारघाट क्षेत्र में आए दिन छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं, क्योंकि इस एरिया में ट्रकों की ज्यादा आवाजाही होती है. वहीं, बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक मनाली के लिए बिलासपुर जिला से ही प्रवेश करते हैं. ऐसे में आए दिन छोटे-बड़े हादसे व जाम की स्थिति यहां पर बनी रहती है. ऐसे में आपातकाल स्थिति में एंबुलेंस न मिलने की वजह से यहां मुश्किलें और भी बढ़ सकती है.
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