ETV Bharat / city

बारिश होने के कारण कोलडैम में पानी का लेवल बढ़ा, प्रशासन ने लोगों से की ये अपील - कोलडैम न्यूज

ऊपरी क्षेत्रों में बारिश होने से कोलडैम में पानी का लेवल बढ़ने के कारण गेट खोले जा रहे हैं. कोलडैम प्रबंधन के अनुसार लोगों को बार-बार आगाह किया जा रहा है कि बरसात के दिनों में जब पानी छोड़ा जाएं तो नदी के पास न आएं. क्योंकि किसी भी समय नदी का जलस्तर बढ़ सकता है.

Water level rises in Koldam due to rain in upper areas
कोलडैम में पानी का लेवल बढ़ा
author img

By

Published : Aug 12, 2020, 6:53 PM IST

बिलासपुरः कोलडैम में ज्यदा वाटर लेवल होने के कारण पानी छोड़ा जा रहा है. ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण कोलडैम का वाटर लेवल लगभग 3 से 4 मीटर तक बढ़ चुका है.

वहीं, कोलडैम प्रबंधन के अनुसार लोगों को बार-बार आगाह किया जाता है कि बरसात के दिनों में जब पानी छोड़ा जाएं तो नदी के पास न जाएं. क्योंकि किसी भी समय नदी का जलस्तर बढ़ सकता है, जिससे कोई बढ़ा हादसा न हो.

कोलडैम प्रबंधन का कहना है कि गेटों के माध्यम से 1050 क्यूबिक मीटर पर सेकंड के हिसाब से पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि टरबाइन के माध्यम से भी पानी छोड़ा जाता है, जिसमें 720 क्यूबिक मीटर पर सेकेंड पानी छोड़ा जाता है. जैसे ही कोलडैम में पानी का लेवल बढ़ता है, तो पानी छोड़ा जाता है.

वीडियो रिपोर्ट

कोलडैम के चारों टरबाइन 24 घंटे चलती रहे तो इससे 21 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होती है. ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बरसात के कारण कोलडैम में पानी बड़ता है, जिसके तहत गेट खोल कर गोविंद सागर झील में पानी छोड़ा जाता है.

बता दें कि जब कोलडैम का पानी छोड़ा गया तो यहां का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आया. पर्यटकों ने भी जनता से अपील की है कि इस समय पानी के नजदीक ना जाएं. उन्होंने कहा कि प्रसाशन की ओर से दिए गए निर्देशों का पालन करें.

ये भी पढ़ेंः प्रदेश के नदी-नाले उफान पर, लोगों ने की ब्यास नदी किनारे पुलिस पेट्रोलिंग की मांग

बिलासपुरः कोलडैम में ज्यदा वाटर लेवल होने के कारण पानी छोड़ा जा रहा है. ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण कोलडैम का वाटर लेवल लगभग 3 से 4 मीटर तक बढ़ चुका है.

वहीं, कोलडैम प्रबंधन के अनुसार लोगों को बार-बार आगाह किया जाता है कि बरसात के दिनों में जब पानी छोड़ा जाएं तो नदी के पास न जाएं. क्योंकि किसी भी समय नदी का जलस्तर बढ़ सकता है, जिससे कोई बढ़ा हादसा न हो.

कोलडैम प्रबंधन का कहना है कि गेटों के माध्यम से 1050 क्यूबिक मीटर पर सेकंड के हिसाब से पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि टरबाइन के माध्यम से भी पानी छोड़ा जाता है, जिसमें 720 क्यूबिक मीटर पर सेकेंड पानी छोड़ा जाता है. जैसे ही कोलडैम में पानी का लेवल बढ़ता है, तो पानी छोड़ा जाता है.

वीडियो रिपोर्ट

कोलडैम के चारों टरबाइन 24 घंटे चलती रहे तो इससे 21 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होती है. ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बरसात के कारण कोलडैम में पानी बड़ता है, जिसके तहत गेट खोल कर गोविंद सागर झील में पानी छोड़ा जाता है.

बता दें कि जब कोलडैम का पानी छोड़ा गया तो यहां का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आया. पर्यटकों ने भी जनता से अपील की है कि इस समय पानी के नजदीक ना जाएं. उन्होंने कहा कि प्रसाशन की ओर से दिए गए निर्देशों का पालन करें.

ये भी पढ़ेंः प्रदेश के नदी-नाले उफान पर, लोगों ने की ब्यास नदी किनारे पुलिस पेट्रोलिंग की मांग

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.