बिलासपुर: जिला प्रशासन बिलासपुर ने विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी (Shaktipeeth Shri Naina Devi) के लिए विकास के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. जिसके तहत पूरे एरिया में चयनित जगहों पर विकास के कार्य करवाए जाएंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर टोबा से लेकर नैना देवी मंदिर तक तीन होल्डिंग एरिया विकसित किए जाएंगे जिसके लिए प्लानिंग हो चुकी है. लगभग दस करोड़ की लागत से इन होल्डिंग एरिया को तैयार किया (Holding area Developed in Naina Devi) जाएगा.
उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने कहा कि कोलांबाला टोबा में चार से पांच हजार श्रद्धालुओं की कैपेसिटी का एक होल्डिंग एरिया विकसित किया जाएगा जिसके लिए नौ एकड़ जमीन चयनित की गई है और फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए केस भेज दिया (DC Bilaspur on Naina Devi development) है. इसके साथ ही नैना देवी में बस स्टैंड के पास शहरी विकास विभाग के भवन का टॉप फ्लोर हायर किया गया है. जहां 1500 से 2 हजार श्रद्धालुओं की कैपेसिटी का होल्डिंग एरिया बनेगा.
उपायुक्त ने कहा कि मंदिर के पास 700 से एक हजार श्रद्धालुओं की कैपेसिटी का होल्डिंग एरिया प्रस्तावित (Holding area for devotees) है. उन्होंने बताया कि जत्थों में श्रद्धालुओं को मां नैना देवी के दर्शन के लिए भेजा जाएगा और टोबा में प्रस्तावित होल्डिंग एरिया में कुछ समय तक विश्राम के बाद श्रद्धालु आगे मंदिर के लिए जा सकेंगे. इससे पहले नैना देवी में बस स्टैंड में प्रस्तावित होल्डिंग एरिया से जत्थों में श्रद्धालुओं को नैना देवी भेजा जाएगा.
मंदिर के पास प्रस्तावित होल्डिंग एरिया में विश्राम के बाद श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे. इससे एक तो श्रद्धालुओं को घंटों तक कतारबद्ध दर्शन के लिए खड़े होने की जरूरत नहीं होगी और विश्राम करते हुए आसानी से मां नैना के दर्शन कर लौट सकेंगे.
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