बिलासपुर: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में जैसे ही जनसभा को संबोधन करना शुरू किया तो उन्होंने सबसे पहले पहाड़ी बोली में शक्तिपीठ श्री नैना देवी व नगर के आराध्य देव बाबा बाजिये को प्रणाम किया. जैसे ही उन्होंने पहाड़ी बोली में अपना संबोधन शुरू किया वैसे ही कार्यक्रम मे मौजूद सैकड़ों लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए.
पहाड़ी में क्या बोले मोदी: पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता से भावुक संवाद (PM Narendra Modi Speech in Pahari) किया. उन्होंने मां नैना देवी को नमन किया और कहा- माता नैना देविया री जै, तुहां सारेयां जो मेरी राम-राम कन्ने एम्सा री बड़ी-बड़ी बधाई. यही नहीं, अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने आम जनता के मन से जुड़ने के लिए स्थानीय बोली में कई बातें कहीं. उन्होंने कहा- बिलासपुरा आलेयो, हाऊं धन्य होई गया. अज्ज मिंजो दशहरे रे इस पावन मौके पर माता नैना देविया रे आसीरवादा ने, तुहां सारेयां दे दर्शना दा सौभाग्य मिला. तुहां सारेयां जो मेरी राम-राम, कन्ने एम्स री बड़ी बड़ी बधाई.
पीएम का संबोधन सुन जनता में दिखा जोश: पीएम नरेंद्र मोदी के (PM Modi in Bilaspur) इस अंदाज से पंडाल में जनता में खुशी की लहर दौड़ गई. बजिया बाबा हिमाचल के लोक देवता हैं. मां नैना देवी प्रसिद्ध शक्तिपीठ हैं. पीएम ने सबसे पहले मां नैना देवी को स्मरण किया और फिर लोक देवता बजिया बाबा जी को याद किया. यही नहीं, पीएम मोदी मंच पर हिमाचली पारंपरिक वाद्ययंत्र रणसिंघा बजाते हुए भी नजर आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से पहाड़ी में लोगों को प्रणाम किया तो पूरा पंडाल मोदी के नारों से गूंज गया. इस दौरान पीएम मोदी ने ये भी कहा कि, बन्दले री धारा पर हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज कन्ने थले एम्स. यानी बिलासपुर के बंदले की धार पर हाइड्रो कॉलेज और नीचे एम्स की बड़ी सौगात मिली है. यह सौगात दिल खोलकर हिमाचल सहित बिलासपुर वाले स्वीकार करें.
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