बिलासपुर: 1942 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रहा किरतपुर नेरचौक फोरलेन कार्य अब सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद दोबारा से शुरू हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने इस कार्य पर रोक लगाने के बाद सारी जांच पड़ताल की और एलाइनमेंट में किए गए बदलाव को दोबारा ठीक करने के बाद इसको शुरू किया गया है.
वन विभाग ने जांच की: बिलासपुर डीएफओ अवनि राय भूषण ने बताया कि इस कार्य में एलाइनमेंट चेंज करने की शिकायत सुप्रीम कोर्ट को दी थी. जांच करने के आदेश वन विभाग को जारी किए गए थे. वन विभाग ने सारी जांच की ओर एलाइनमेंट में बदलाव की शिकायत सही पाई गई. ऐसे में इस एलाइनमेंट के दोबारा ठीक किया गया और सुप्रीम कोर्ट को इसकी फाइनल रिपोर्ट भेजी गई. सुप्रीम कोर्ट से इस कार्य को हरी झंडी मिली उसके बाद वन भूमि में इसका कार्य दोबारा से शुरू किया गया है. अगले साल तक इस फोरलेन का काम पूरा करने का टारगेट एनएचआई की ओर से रखा गया है.
समानांतर 5 टनलों का निर्माण होगा: जानकारी के अनुसार किरतपुर नेरचौक फोरलेन के लिए स्वारघाट के कैंची मोड़ से सुंदरनगर के भवाणा तक बन रही 5 टनलों के समानांतर 5 और टनलों का निर्माण होगा. यह सुरंगें टू लेन की होंगी. इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सलाहकार नियुक्त करेगा. इसके बाद समानांतर टनलों की डीपीआर तैयार की जाएगी.
दो की खुदाई पूरी: कैंची मोड़ से भवाणा तक मौजूदा 5 टनलों में से 2 की खुदाई पूरी हो चुकी है. 3 टनलों का निर्माण जारी है. टनल नंबर 1 कैंची मोड़ में है. इसकी लंबाई 1800 मीटर है. इसके दोनों छोर मिल चुके है. टनल नंबर 2 बागछाल में , इसकी लंबाई 465 मीटर है. इसका 72 मीटर का निर्माण काम बचा हुआ है.