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First Hydro Engineering College of India: देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का तकनीकी शिक्षा मंत्री ने किया शुभारंभ

Hydro Engineering College Bilaspur inauguration: देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का शुभारंभ (Bilaspur Hydro Engineering College) बिलासपुर के बन्दलाधार में हुआ. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित शुभारंभ समारोह (Hydro Engineering College Bilaspur inauguration) में कॉलेज के अधिकारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के अलावा बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद बंदला की कठिन पहाड़ी पर हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का कार्य युद्धस्तर पर करवाया जा रहा है.

Hydro Engineering College inaugurated in Bilaspur
देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का शुभारंभ
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Published : Dec 16, 2021, 4:45 PM IST

Updated : Dec 16, 2021, 6:47 PM IST

बिलासपुर: आखिरकार देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का शुभारंभ (Bilaspur Hydro Engineering College) बिलासपुर के बन्दलाधार में हो गया. तकनीकी शिक्षा एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने वीरवार को जिला बिलासपुर के बंदला में राजकीय हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के नए परिसर में प्रथम वर्ष की कक्षाओं और कन्या छात्रावास का शुभारंभ किया.

इस नए परिसर का निर्माण एनएचपीसी और एनटीपीसी ने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व योजना (first Hydro Engineering College of India) के तहत एनपीसीसी के माध्यम से करवाया है. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित शुभारंभ समारोह (Hydro Engineering College Bilaspur inauguration) में कॉलेज के अधिकारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के अलावा बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद बंदला की कठिन पहाड़ी पर हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का कार्य युद्ध स्तर पर करवाया जा रहा है.

अभी तक इस पर लगभग 105 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. इसके लिए शीघ्र ही 40 करोड़ की अतिरिक्त (hydro engineering college in HP) धनराशि का प्रावधान भी किया जा रहा है. डॉ. मारकंडा ने बताया कि अभी यहां प्रथम वर्ष की कक्षाएं ही आरंभ की जा रही हैं, जबकि कॉलेज का विधिवत उदघाटन भी जल्द ही संभवतः एम्स बिलासपुर के साथ ही कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि एनएचपीसी और एनटीपीसी ने कॉलेज के लिए 125 करोड़ रुपये की मदद ही नहीं दी है, बल्कि इस संस्थान के संचालन में भी इन दोनों सार्वजनिक उपक्रमों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा.

वीडियो.

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि कॉलेज में अभी सिविल और इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की कक्षाएं चलाई जा रही हैं. आने वाले समय में यहां अन्य विषय भी आरंभ किए जाएंगे तथा वर्तमान में नगरोटा में चलाई जा रही इस कॉलेज की कक्षाएं भी बंदला में शिफ्ट की जाएंगी. उन्होंने कहा कि कॉलेज में स्थानीय लोगों को रोजगार सुनिश्चित करने की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी.

समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए स्थानीय विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि चार वर्षों के दौरान एम्स और हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज (first hydro engineering college in himachal) के रूप में बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर के दो बड़े संस्थान मिलना गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का ड्रीम प्रोजेक्ट था.

Hydro Engineering College inaugurated in Bilaspur
फोटो.

इसके निर्माण से बंदला क्षेत्र के चहुंमुखी विकास को बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि कभी पिछड़ा क्षेत्र कहे जाने वाला बंदला अब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा. इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है तथा इसे अंतर्राट्रीय स्तर की पैराग्लाइडिंग साइट के रूप में नई पहचान प्रदान की जा रही है. बंदला सड़क को अपग्रेड करवाने के लिए 22 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई गई है.

इससे पहले कॉलेज के निदेशक एवं प्रधानाचार्य डॉ. राजीव कुमार अवस्थी ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा कॉलेज की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी. सहायक प्रोफेसर कृष्णा ने समारोह का संचालन किया, जबकि डॉ. शशि गुरुंग ने धन्यवाद उद्बोधन रखा.

Hydro Engineering College inaugurated in Bilaspur
फोटो.

समारोह में एनएचपीसी की जलविद्युत परियोजना पार्वती-तृतीय के महाप्रबंधक (प्रभारी) एसपी सिंह, एनटीपीसी के महाप्रबंधक एनएस ठाकुर, एनपीसीसी के मुख्य महाप्रबंधक पंकज कुमार, तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल, जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान, भाजपा के जिला अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, पार्टी के अन्य पदाधिकारी, एसडीएम सुभाष गौतम, अन्य अधिकारी, स्थानीय ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि, नए विद्यार्थियों के अभिभावक तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें- solan private dental college: शिक्षकों की कमी को लेकर डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन

बिलासपुर: आखिरकार देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का शुभारंभ (Bilaspur Hydro Engineering College) बिलासपुर के बन्दलाधार में हो गया. तकनीकी शिक्षा एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने वीरवार को जिला बिलासपुर के बंदला में राजकीय हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के नए परिसर में प्रथम वर्ष की कक्षाओं और कन्या छात्रावास का शुभारंभ किया.

इस नए परिसर का निर्माण एनएचपीसी और एनटीपीसी ने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व योजना (first Hydro Engineering College of India) के तहत एनपीसीसी के माध्यम से करवाया है. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित शुभारंभ समारोह (Hydro Engineering College Bilaspur inauguration) में कॉलेज के अधिकारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के अलावा बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद बंदला की कठिन पहाड़ी पर हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का कार्य युद्ध स्तर पर करवाया जा रहा है.

अभी तक इस पर लगभग 105 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. इसके लिए शीघ्र ही 40 करोड़ की अतिरिक्त (hydro engineering college in HP) धनराशि का प्रावधान भी किया जा रहा है. डॉ. मारकंडा ने बताया कि अभी यहां प्रथम वर्ष की कक्षाएं ही आरंभ की जा रही हैं, जबकि कॉलेज का विधिवत उदघाटन भी जल्द ही संभवतः एम्स बिलासपुर के साथ ही कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि एनएचपीसी और एनटीपीसी ने कॉलेज के लिए 125 करोड़ रुपये की मदद ही नहीं दी है, बल्कि इस संस्थान के संचालन में भी इन दोनों सार्वजनिक उपक्रमों का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा.

वीडियो.

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि कॉलेज में अभी सिविल और इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की कक्षाएं चलाई जा रही हैं. आने वाले समय में यहां अन्य विषय भी आरंभ किए जाएंगे तथा वर्तमान में नगरोटा में चलाई जा रही इस कॉलेज की कक्षाएं भी बंदला में शिफ्ट की जाएंगी. उन्होंने कहा कि कॉलेज में स्थानीय लोगों को रोजगार सुनिश्चित करने की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी.

समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए स्थानीय विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि चार वर्षों के दौरान एम्स और हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज (first hydro engineering college in himachal) के रूप में बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर के दो बड़े संस्थान मिलना गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का ड्रीम प्रोजेक्ट था.

Hydro Engineering College inaugurated in Bilaspur
फोटो.

इसके निर्माण से बंदला क्षेत्र के चहुंमुखी विकास को बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि कभी पिछड़ा क्षेत्र कहे जाने वाला बंदला अब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा. इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है तथा इसे अंतर्राट्रीय स्तर की पैराग्लाइडिंग साइट के रूप में नई पहचान प्रदान की जा रही है. बंदला सड़क को अपग्रेड करवाने के लिए 22 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई गई है.

इससे पहले कॉलेज के निदेशक एवं प्रधानाचार्य डॉ. राजीव कुमार अवस्थी ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा कॉलेज की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी. सहायक प्रोफेसर कृष्णा ने समारोह का संचालन किया, जबकि डॉ. शशि गुरुंग ने धन्यवाद उद्बोधन रखा.

Hydro Engineering College inaugurated in Bilaspur
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समारोह में एनएचपीसी की जलविद्युत परियोजना पार्वती-तृतीय के महाप्रबंधक (प्रभारी) एसपी सिंह, एनटीपीसी के महाप्रबंधक एनएस ठाकुर, एनपीसीसी के मुख्य महाप्रबंधक पंकज कुमार, तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल, जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान, भाजपा के जिला अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, पार्टी के अन्य पदाधिकारी, एसडीएम सुभाष गौतम, अन्य अधिकारी, स्थानीय ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि, नए विद्यार्थियों के अभिभावक तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे.

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Last Updated : Dec 16, 2021, 6:47 PM IST
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