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बिलासपुर में 15 अप्रैल से नियुक्त होंगे फायर वाचर, वन विभाग बिलासपुर ने कसी कमर

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Published : Apr 2, 2022, 3:52 PM IST

वन विभाग बिलासपुर में 15 अप्रैल से फायर वाचर नियुक्त होने जा रहे हैं. बीट गार्ड, ब्लॉक ऑफिसर और रेंज ऑफिसर को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. जानकारी देते हुए बिलासपुर डीएफओ अवनी राय भूषण ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले अभी तक जंगलों में फायर की घटनाएं सामने नहीं आई है. पिछले दिनों बंदला की पहाड़ी पर आग लगी थी. जिसकी सूचना मिलने के बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था. आग की घटनाओं की रोकथाम को लेकर टीमें फील्ड में तैनात हैं और जैसे ही सूचना आएगी तो तत्काल टीम मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का काम करेगी.

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बिलासपुर डीएफओ अवनी राय भूषण

बिलासपुर: फायर सीजन को लेकर वन विभाग बिलासपुर पूरी तरह से तैयार हो गया है. वन विभाग बिलासपुर में 15 अप्रैल से फायर वाचर नियुक्त होने जा रहे हैं. बीट गार्ड, ब्लॉक ऑफिसर और रेंज ऑफिसर को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही पंचायत स्तर पर प्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों के साथ बैठने कर आमजन को वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए भी कहा गया है. इसके अलावा 15 अप्रैल को राज्य स्तर पर फायर वाचर नियुक्त किए जाएंगे. जिसको लिए रेंज ऑफिसर को बजट उपलब्ध होने के साथ जरूरत के हिसाब से जंगलों की सुरक्षा के मद्देनजर बाजारों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं.

जानकारी देते हुए बिलासपुर डीएफओ अवनी राय भूषण ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले अभी तक जंगलों में फायर की घटनाएं सामने नहीं आई है. पिछले दिनों बंदला की पहाड़ी पर आग लगी थी. जिसकी सूचना मिलने के बाद टीम ने सपोर्ट पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था. आग की घटनाओं की रोकथाम को लेकर टीमें फील्ड में तैनात हैं और जैसे ही सूचना आएगी तो तत्काल टीम मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि जनता से भी इस संदर्भ में बातचीत की गई है. उन्होंने बताया कि रेंज स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है. जिन्हें जंगलों को बचाने का जिम्मा सौंपा गया है इसके साथ ही जिले में अति संवेदनशील व संवेदनशील बिटों पर पूरा फोकस किया गया है.

हालांकि बिलासपुर जिले में 10 से 15 फीसदी एरिया ही आग के लिहाज से अति संवेदनशील है, लेकिन विभागीय टीम ने 24 घंटे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने बताया कि यदि कोई भी शरारती तत्वों जंगलों में आग लगाते हुए पकड़ा जाते हैं तो उसके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. डीएफओ ने बताया कि वनों में लाखों की संपदा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.

वीडियो.

उन्होंने बताया कि बिलासपुर में जहां चीड़ के जंगल हैं वहीं, पर कंट्रोल बर्निंग का कार्य किया जा रहा है. अभी स्वारघाट व भराड़ी बीटों में यह कार्य चला है और जहां भी चीड़ के जंगल हैं. वहां पर कंट्रोल बनने की जाएगी इससे पहले फायर लाइन क्लियर है. उसका कार्य किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि आग की घटनाओं को लेकर वैसे तो फील्ड में टास्क फोर्स गठित की गई है, लेकिन अगर फिर भी कोई आग लगाता है तो उसके खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में भाजपा को रिपीट होने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकतीः CM जयराम ठाकुर

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बिलासपुर: फायर सीजन को लेकर वन विभाग बिलासपुर पूरी तरह से तैयार हो गया है. वन विभाग बिलासपुर में 15 अप्रैल से फायर वाचर नियुक्त होने जा रहे हैं. बीट गार्ड, ब्लॉक ऑफिसर और रेंज ऑफिसर को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही पंचायत स्तर पर प्रतिनिधियों व बुद्धिजीवियों के साथ बैठने कर आमजन को वनों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए भी कहा गया है. इसके अलावा 15 अप्रैल को राज्य स्तर पर फायर वाचर नियुक्त किए जाएंगे. जिसको लिए रेंज ऑफिसर को बजट उपलब्ध होने के साथ जरूरत के हिसाब से जंगलों की सुरक्षा के मद्देनजर बाजारों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं.

जानकारी देते हुए बिलासपुर डीएफओ अवनी राय भूषण ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले अभी तक जंगलों में फायर की घटनाएं सामने नहीं आई है. पिछले दिनों बंदला की पहाड़ी पर आग लगी थी. जिसकी सूचना मिलने के बाद टीम ने सपोर्ट पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था. आग की घटनाओं की रोकथाम को लेकर टीमें फील्ड में तैनात हैं और जैसे ही सूचना आएगी तो तत्काल टीम मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि जनता से भी इस संदर्भ में बातचीत की गई है. उन्होंने बताया कि रेंज स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है. जिन्हें जंगलों को बचाने का जिम्मा सौंपा गया है इसके साथ ही जिले में अति संवेदनशील व संवेदनशील बिटों पर पूरा फोकस किया गया है.

हालांकि बिलासपुर जिले में 10 से 15 फीसदी एरिया ही आग के लिहाज से अति संवेदनशील है, लेकिन विभागीय टीम ने 24 घंटे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने बताया कि यदि कोई भी शरारती तत्वों जंगलों में आग लगाते हुए पकड़ा जाते हैं तो उसके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. डीएफओ ने बताया कि वनों में लाखों की संपदा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.

वीडियो.

उन्होंने बताया कि बिलासपुर में जहां चीड़ के जंगल हैं वहीं, पर कंट्रोल बर्निंग का कार्य किया जा रहा है. अभी स्वारघाट व भराड़ी बीटों में यह कार्य चला है और जहां भी चीड़ के जंगल हैं. वहां पर कंट्रोल बनने की जाएगी इससे पहले फायर लाइन क्लियर है. उसका कार्य किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि आग की घटनाओं को लेकर वैसे तो फील्ड में टास्क फोर्स गठित की गई है, लेकिन अगर फिर भी कोई आग लगाता है तो उसके खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई की जाएगी.

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