बिलासपुर: बिलासपुर जिले के घुमारवीं उपमंडल के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत अमरपुर के रिवाल ताल राशन डिपो में पहुंची आटे की खेप पर सवालिया निशान उठ गए हैं. उपभोक्ता को खराब आटा (Date of packing changed on sacks of flour) मिलने के बाद मामला मीडिया तक पहुंचा और उसके बाद सामने आया कि डिपो में पहुंची आटे की बोरियों पर अंकित तिथि मार्च माह थी जिसे काटकर मई माह कर दिया गया है.
स्थानीय उपभोक्ता ने बताया कि जब वह डिपो में राशन लेने गया तो वहां उसने आटा लिया. इस दौरान उसने आटे की बोरी में देखा कि पैकिंग डेट पर कटिंग की गई है. आटे की बोरियों में 3-2022 को काटकर 5-2022 किया गया था. ऐसे में जब उन्होंने सेल्समैन से पूछा कि ऐसा क्यों है तो उसने कहा कि पीछे से ऐसी ही सप्लाई हुई है. जिसके बाद वह आटा लेकर घर आ गए. घर आकर जब आटे की बोरी को खोलकर देखा गया तो आटा पूरी तरह खराब था और उसमें गांठे पड़ी हुई थी. जिसके बाद सेल्समैन को फोन कर बताया लेकिन उसने कहा कि आटा ठीक है. ऐसे में उपभोक्ता ने विभाग में शिकायत करना सही समझा. जिसके बाद विभाग से उसे फोन आया कि आटा बदल दिया जाएगा.
वहीं, मामला सामने आने के बाद विभाग हरकत में आ गया है. खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारीयों ने राशन के डिपो में पहुंचकर आटे के सैंपल भरे. खाद्य आपूर्ति विभाग के जिला नियंत्रक बजेंद्र पठानिया सहित ब्लॉक घुमारवीं के निरीक्षक अमित व अन्य टीम भी मौके पर पहुंची. जिन्होंने आटे के सैंपल भर कर जांच के लिए भेजे दिए हैं. जिला नियंत्रक बजेंद्र पठानिया ने कहा कि लोगों को सही गुणवत्ता वाला राशन उपलब्ध हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. खराब आटे के बारे में जानकारी मिली है जिसकी जांच की जा (Date of packing changed on sacks of flour) रही है. आटे की बोरी पर मार्च माह की तिथि काटकर मई माह करने के बारे में उच्चाधिकारियों को बता दिया गया है और आगामी जांच की जा रही है.
जांच के बाद मामले में विभाग ने सफाई दी है. जिला खाद्य नियन्त्रक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले अधिकारी बिलासपुर ने मामले का खण्डन करते हुए बताया कि विभाग द्वारा उपमण्डल घुमारवीं के अन्तर्गत आने वाली उचित मूल्य की दुकान अमरपुर का निरीक्षण किया गया, जिसमें इस उचित मूल्य की दुकान में पड़े सभी आटे के कट्टे मई महीने में आई सप्लाई के ही थे और आटे की गुणवत्ता सही पाई गयी. वहीं, आटे का सैंपल भी लिया गया जिसे निरीक्षण के लिए निदेशालय खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले हिमाचल प्रदेश शिमला को विशलेषण के लिए भेजा गया है.
जिला खाद्य नियन्त्रक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले अधिकारी ने बताया कि हर माह उचित मूल्य की दुकानों/आटा मिलों थोक भण्डारों से खाद्यानों के सैंपल विश्लेषण के लिए शिमला भेजे जाते हैं और इसके अतिरिक्त अगर किसी भी उपभोक्ता को राशन की गुणवता से सम्बन्धित कोई शिकायत रहती है तो वह जिला नियन्त्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले बिलासपुर कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.