बिलासपुर: जिला बिलासपुर में कोरोना संक्रमित (corona cases increase in bilaspur) मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. रोजाना 70 से 80 मामले (corona case in himachal) सामने आ रहे हैं. जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क (himachal health department alert) हो गया है. होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को समय पर स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाने पर अधिक जोर दिया जा रहा है. साथ ही ऑक्सीजन की भी पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है. इसके अलावा बिलासपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय कोठीपुरा को कोविड केयर सेंटर (covid care center in hp) घोषित कर दिया गया है. जहां 100 बेड की क्षमता है. भविष्य में मामले बढ़ने पर बेड की संख्या 200 भी किया जा सकता है.
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने (bilaspur health officer on corona) बताया कि अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में हैं. फिलहाल 561 एक्टिव (561 corona active case in bilaspur) केस है. कोविड केयर सेंटर में 9 मरीज भर्ती हैं, जबकि कोविड हेल्थ सेंटर में कोई मरीज नहीं है. एक मरीज को कोविड अस्पताल नेरचैक रेफर किया गया है. इसके अलावा जिला में दो पीएसए प्लांट उपलब्ध है. दो प्लांट सिविल अस्पताल घुमारवीं व एक प्लांट क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में है. यदि इंडोर में मरीज बढ़ते हैं, तो इन प्लांटों के माध्यम से मरीजों को ऑक्सीजन (oxygen plant in himachal) उपलब्ध करवाई जाएगी. यह प्लांट ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पर्याप्त है.
यही नहीं 400 के करीब डी व बी टाइप सिलेंटर भी विभाग के पास उपलब्ध हैं. स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना मरीज के लिए सात दिन का होम आइसोलेशन पीरियड रहता है. इस दौरान आखिर तीन यदि मरीज को बुखार नहीं आता है, तो उसका आइसोलेशन पीरियड खत्म हो जाता है. क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में 60 बेड, सिविल अस्पताल घुमारवीं में 50 बेड और जिला आयुर्वेद अस्पताल में 25 बेड ऑक्सीजन से लैस हैं.
वहीं, जवाहर नवोदय विद्यालय कोठीपुरा में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में 100 बेड की क्षमता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर उसे 200 भी किया जा सकता है. बता दें कि बिलासपुर जिला में विदेश से 165 लोग पहुंचे हैं. इनमें से 6 लोग संक्रमित पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस लोगों की रिपोर्ट संदिग्धता के आधार पर दिल्ली लैब में भी भेजी गई थी, जहां से इनकी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है.
ये भी पढ़ें: हिमालय के इस पौधे से फुर्र होगा कोरोना! जानिए कैसे