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BILASPUR: केंद्रीय टीम ने किया बरसात से नुकसान का आकलन

बिलासपुर में अंतर मंत्रालय केंद्रीय दल (Inter Ministry Central Team)(आईएमसीटी) ने मानसून के दौरान हुए नुकसान का आकलन किया.केंद्रीय जल आयोग(central water commission) के एससी सुपरिटेंडेंट भूपेश कुमार (SC Superintendent Bhupesh Kumar)ने कहा कि वर्ष 2021 में बरसात के दौरान हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अंतर मंत्रालीय केंद्रीय दल बनाया गया.कसान का आकलन (rain damage assessment)करने के बाद वह इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी जाएगी.

केंद्रीय दल
बरसात से नुकसान का आकलन
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Published : Nov 26, 2021, 4:08 PM IST

बिलासपुर: अंतर मंत्रालय केंद्रीय दल (Inter Ministry Central Team)(आईएमसीटी) ने मानसून के दौरान हुए नुकसान का आकलन किया .इस मौके पर टीम प्रभारी एवं केंद्रीय जल आयोग(central water commission) के एससी सुपरिटेंडेंट भूपेश कुमार (SC Superintendent Bhupesh Kumar)ने कहा कि वर्ष 2021 में बरसात के दौरान हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अंतर मंत्रालीय केंद्रीय दल बनाया गया. इसके अंतर्गत प्रदेश में तीन टीमें आकलन कर रही .उन्होंने कहा कि बरसात से हुए नुकसान का आकलन (rain damage assessment)करने के बाद वह इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देंगे.


अंतर मंत्रालीय केन्द्रीय दल ने घुमारवीं (ghumarwin) के नजदीक राधा स्वामी संतसंग भवन(Radha Soami Swami Bhawan) के समीप वर्ष 2019 से अब तक बरसात के मौसम में लगातार हो रहे भूस्खलन से 20 मीटर लंबाई के क्षतिग्रस्त संपर्क मार्ग पर हुए एक करोड़ रुपए के नुकसान का मौके पर निरीक्षण किया. इसके अतिरिक्त करयालग (बद्धाघाट) कोटला-सोहणी देवी सड़क(Kotla-Sohni Devi Road) पर वर्ष 2018 में बरसात के दौरान हुए भारी भूस्खलन से अब तक 85 लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ. यह सड़क हर बरसात में बाधित हो जाती इसका भी केंद्य दल द्वारा मौके पर निरीक्षण किया गया ,ताकि बार-बार हो रहे भूस्खलन के कारण को जानकर इसे रोका जा सके.

इस मौके पर लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह घुमारवीं (rest house ghumarwin)में जल शक्ति, लोक निर्माण, राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी हुई. बैठक में प्रस्तुति के माध्यम से अतिरिक्त उपायुक्त तोरुल रवीश(Additional Deputy Commissioner Torul Ravish) ने बताया कि जल शक्ति विभाग के माध्यम से चल रही पेयजल और सिंचाई की विभिन्न 236 योजनाएं बरसात के दौरान प्रभावित हुई जिसमें 14 करोड़ का नुकसान हुआ.


उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में 27 हजार हेक्टेयर में मक्की की फसल लगाई गई थी ,जिसमें से लगभग 4 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्की की फसल को मानसून के कारण भारी नुकसान हुआ. लगभग 397 लाख रुपए नुकसान का आकलन किया गया,इसी तरह दाबला-मोरसिंघी सड़क को भी 20 लाख रुपए का नुकसान हुआ. इस अवसर पर एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर(SDM Ghumarwin Rajeev Thakur), तहसीलदार गोपाल शर्मा, एस.सी जल शक्ति विजय ढडवालिया, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति राकेश वेद्य, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण दीपक कपिल, जिला कृषि अधिकारी देवेन्द्र सांख्यान सहित विभिन्न विभागध्यक्ष मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें :सोलन में 'नासिक के टमाटर' की एंट्री, मंडी और बाजारों में गिरे दाम

बिलासपुर: अंतर मंत्रालय केंद्रीय दल (Inter Ministry Central Team)(आईएमसीटी) ने मानसून के दौरान हुए नुकसान का आकलन किया .इस मौके पर टीम प्रभारी एवं केंद्रीय जल आयोग(central water commission) के एससी सुपरिटेंडेंट भूपेश कुमार (SC Superintendent Bhupesh Kumar)ने कहा कि वर्ष 2021 में बरसात के दौरान हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अंतर मंत्रालीय केंद्रीय दल बनाया गया. इसके अंतर्गत प्रदेश में तीन टीमें आकलन कर रही .उन्होंने कहा कि बरसात से हुए नुकसान का आकलन (rain damage assessment)करने के बाद वह इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देंगे.


अंतर मंत्रालीय केन्द्रीय दल ने घुमारवीं (ghumarwin) के नजदीक राधा स्वामी संतसंग भवन(Radha Soami Swami Bhawan) के समीप वर्ष 2019 से अब तक बरसात के मौसम में लगातार हो रहे भूस्खलन से 20 मीटर लंबाई के क्षतिग्रस्त संपर्क मार्ग पर हुए एक करोड़ रुपए के नुकसान का मौके पर निरीक्षण किया. इसके अतिरिक्त करयालग (बद्धाघाट) कोटला-सोहणी देवी सड़क(Kotla-Sohni Devi Road) पर वर्ष 2018 में बरसात के दौरान हुए भारी भूस्खलन से अब तक 85 लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ. यह सड़क हर बरसात में बाधित हो जाती इसका भी केंद्य दल द्वारा मौके पर निरीक्षण किया गया ,ताकि बार-बार हो रहे भूस्खलन के कारण को जानकर इसे रोका जा सके.

इस मौके पर लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह घुमारवीं (rest house ghumarwin)में जल शक्ति, लोक निर्माण, राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी हुई. बैठक में प्रस्तुति के माध्यम से अतिरिक्त उपायुक्त तोरुल रवीश(Additional Deputy Commissioner Torul Ravish) ने बताया कि जल शक्ति विभाग के माध्यम से चल रही पेयजल और सिंचाई की विभिन्न 236 योजनाएं बरसात के दौरान प्रभावित हुई जिसमें 14 करोड़ का नुकसान हुआ.


उन्होंने बताया कि जिला बिलासपुर में 27 हजार हेक्टेयर में मक्की की फसल लगाई गई थी ,जिसमें से लगभग 4 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्की की फसल को मानसून के कारण भारी नुकसान हुआ. लगभग 397 लाख रुपए नुकसान का आकलन किया गया,इसी तरह दाबला-मोरसिंघी सड़क को भी 20 लाख रुपए का नुकसान हुआ. इस अवसर पर एसडीएम घुमारवीं राजीव ठाकुर(SDM Ghumarwin Rajeev Thakur), तहसीलदार गोपाल शर्मा, एस.सी जल शक्ति विजय ढडवालिया, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति राकेश वेद्य, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण दीपक कपिल, जिला कृषि अधिकारी देवेन्द्र सांख्यान सहित विभिन्न विभागध्यक्ष मौजूद रहे.

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