नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी बैठक इस सप्ताह होने वाली है. इस बैठक में ब्याज दरों को लेकर फैसला लिया जाएगा. ऐसे में अनुमान है कि आरबीआई ब्याज दरों को यथावत रख सकता है. मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर रख सकता है. इस रेट के नहीं बढ़ने से रिटेल और कॉर्पोरेट कर्जदारों के लिए ब्याज दरें स्थिर रह सकती है. इसके बाद से लगातार तीन द्विमासिक एमपीसी बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखा गया है.
बता दें कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली 6 मेंबर मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की तीन दिन की बैठक होगी, जिसका परिणाम 6 अक्टूबर को एलान किया जाएगा. इस से पहले पिछले साल रूस-युक्रेन वार को देखते हुए आरबीआई ने रेपो रेट को बढ़ाना शुरू किया था, जो इस साल फरवरी में 6.5 फीसदी तक पहुंच गया है. अगर इस बार आरबीआई ने रेपो रेट में बदलाव नहीं किया तो यह चौथी बार होगा.
इस बार भी रेपो रेट अनचेंज रहेगा
आरबीआई के बैठक के पहले लोगों के मन में अक्सर सवाल होता है कि इस बार लोन महंगा होगा या ईएमआई ज्यादा भरनी पड़ेगी. लेकिन इस बार उम्मीद है कि महंगाई को देखते हुए आरबीआई रेपो रेट अपरिवर्तित रख सकती है. अमेरिका में ब्याज दरों में सख्त रुख के संकेत हैं तो दूसरी तरफ कच्चे तेल की कीमतों में 10 महीनों के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.
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