नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. यूपी चुनाव 2022 के सातवें और अंतिम चरण का मतदान आज होना है. सातवें और अंतिम चरण में पूर्वांचल के नौ जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा.
मतदान को स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.जानकारी के मुताबिक, पूर्वांचल की 54 विधानसभा सीटों से कुल 613 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. 54 सीट में से 11 अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. सातवें चरण में लगभग 2.06 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. पूर्वांचल के जिन 9 जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर आज मतदान होना है, उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में भी मतदान होना है.
इन जिलों में मतदान
यूपी विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में वाराणसी के साथ ही गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, मीरजापुर, चंदौली और सोनभद्र जिलों में मतदान होना है. चुनाव आयोग ने अंतिम चरण के चुनाव को भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए कमर कस ली है. सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. मतदान केंद्रों पर उत्तर प्रदेश पुलिस और होमगार्ड के साथ ही केंद्रीय बलों के जवान भी तैनात किए जाएंगे.
ये हैं प्रमुख चेहरे
यूपी चुनाव के अंतिम चरण में जिन बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर है, उनमें दारा सिंह चौहान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी, धनंजय सिंह का नाम प्रमुख है. गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव के छह चरणों का मतदान पहले ही संपन्न हो चुका है. यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने हैं.
दीप जलाकर दिया मतदान का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया गया. मतदान की पूर्व संध्या पर वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के दौरान भी लोगों को वोट डालने के लिए जागरूक किया गया. दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती का आयोजन गंगा सेवा निधि की ओर से किया जाता है.
डालें एक नजर
उल्लेखनीय है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में सातवें चरण की इन 54 सीट में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगियों अपना दल (एस) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को कुल 36 सीट मिली थीं. इनमें भाजपा को 29, अपना दल (एस) को चार और सुभासपा को तीन सीट प्राप्त हुई थीं. वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) को 11, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को छह और निषाद पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी. पिछली बार 2017 में अपने दम पर लड़ी निषाद पार्टी इस बार भाजपा के साथ गठबंधन में है, जबकि सुभासपा ने सपा से गठबंधन किया है.
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चुनाव के अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा. इनमें पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी (वाराणसी दक्षिण), अनिल राजभर (शिवपुर-वाराणसी), रविंद्र जायसवाल (वाराणसी उत्तर), गिरीश यादव (जौनपुर) और रमाशंकर पटेल (मड़िहान-मिर्जापुर) शामिल हैं. इसके अलावा विधानसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा छोड़कर सपा में गए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान (घोसी-मऊ) और भाजपा का साथ छोड़कर इस बार सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सुभासपा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (जहूराबाद-गाजीपुर), गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी (मऊ सदर) तथा बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह (मल्हनी-जौनपुर) की उम्मीदवारी वाली सीट पर भी सातवें चरण में ही वोट डाले जाएंगे.