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Covid-19 Vaccination: 15-18 आयुवर्ग का टीकाकरण, होगा कोरोना से बचाव - वैक्सीन की कमी का मुद्दा नहीं होगा

भारत में सोमवार को 15-18 वर्ष की आयु के किशोरों का टीकाकरण अभियान (vaccination) शुरू हुआ. अन्य टीकाकरण केंद्रों की तरह नई दिल्ली के आरएमएल अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में बड़ी संख्या में युवाओं ने टीका लगवाया. 'ईटीवी भारत' के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबराय ने आरएमएल अस्पताल (RML Hospital) का दौरा किया. टीका लगवाने वाले इस आयु वर्ग के लड़के-लड़कियों, उनके माता-पिता और अस्पताल अधिकारियों के साथ बातचीत की.

(Photo: ETV Bharat)
(फोटो-ईटीवी भारत)
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Published : Jan 3, 2022, 8:49 PM IST

नई दिल्ली : कोरोना महामारी से बचाव के लिए 15-18 आयुवर्ग के किशोरों को कोविड-19 वैक्सीन (corona vaccine for children) की शुरुआत हो गई है. बच्चों को कोवैक्सीन का टीका लगाना शुरू किया गया है. आरएमएल अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर रितु मल्होत्रा (Ritu Malhotra) ​​ने ईटीवी भारत को बताया कि 'सुबह से हमने 47 से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया है. भगवान की कृपा से कोई जटिलता नहीं है और बच्चे बहुत खुश हैं.'

खास रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि माता-पिता भी अपने बच्चों को टीकाकरण स्थलों पर लाते समय उत्साहित थे. रितु मल्होत्रा ​​ने कहा, 'हमारी टीम सभी बच्चों को निगरानी में रख रही है और माता-पिता भी उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं.'

उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण केंद्र को प्रति दिन 200 बच्चों का टीकाकरण करना है जिसमें 100 ऑनलाइन पंजीकरण 100 ऑफ लाइन पंजीकरण शामिल है. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट भरने तक कुल 39,89,152 बच्चों ने को-विन डैशबोर्ड के माध्यम से टीकाकरण के लिए अपना नाम दर्ज कराया है.

वहीं, राष्ट्रीय राजधानी के मोरीबाग स्कूल के एक छात्र रोहन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि टीकाकरण से हमें सुरक्षा मिलेगी. आज हम यहां टीकाकरण कराने आए हैं और हमने उन्हें पंजीकरण के लिए आधार कार्ड उपलब्ध कराया है.'

एक अन्य छात्रा दीपिका ने भी कहा कि टीकाकरण के बाद कोरोना कम प्रभावी होगा. नई दिल्ली के एक स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा दीपिका ने कहा, 'मुझे लगता है कि सभी पात्र बच्चों को अपना टीकाकरण करवाना चाहिए.'

ईटीवी भारत ने कुछ बच्चों के माता-पिता से भी बात की. 16 साल की लड़की के साथ टीकाकरण केंद्र पहुंची संध्या पालीवाल ने कहा, ' टीकाकरण से सुरक्षा होगी. एक बार जब बच्चे टीके लगवा लेंगे तो निश्चित रूप से उन्हें सुरक्षा मिल जाएगी.' इसी तरह साईं कार्तिक (Sai Kartik) और उनकी मां नाग लक्ष्मी (Nag Laxmi) भी टीकाकरण को लेकर उत्साहित थे.

पढ़ें- Covid-19 Vaccination: 15-18 आयुवर्ग का टीकाकरण जारी

नाग लक्ष्मी ने कहा, 'माता-पिता को अपने बच्चों का समर्थन और साथ देना चाहिए. मेरा बच्चा 16 साल का है और टीका लगने के बाद निश्चित रूप से उसकी रक्षा होगी और वह अपने स्कूल जा सकता है.'

37 लाख से अधिक बच्चों को लगा पहले दिन टीका

भारत में सोमवार से 15-17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए मेगा टीकाकरण अभियान शुरू करने के साथ ही 37 लाख से अधिक बच्चों को पहले दिन Covid19 का टीका लगाया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 37,84,212 बच्चों को Covid19 टीका लगाया गया है. अनुमान है कि प्रतिदिन औसतन 50-60 लाख बच्चों के टीकाकरण के साथ अनुमानित बच्चों की पूरी आबादी को टीका लगाने में तीन सप्ताह लगेंगे. केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि कुल 7,40,57,000 बच्चे टीकाकरण के पात्र हैं.

वैक्सीन की कमी का मुद्दा नहीं होगा : डॉ. सुनीला गर्ग

इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (आईएपीएसएम) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनीला गर्ग ने कहा, 'अगर हम हर दिन 50-60 लाख खुराक दर्ज करते हैं, तो हमें योग्य बच्चों की पूरी आबादी का टीकाकरण करने में तीन से चार सप्ताह लगेंगे. डॉ. गर्ग ने आगाह किया कि 'बच्चों के टीकाकरण की इस प्रक्रिया में टीके की उपलब्धता और हिचकिचाहट दो प्रमुख मुद्दे होंगे. जैसा कि पिछले साल राष्ट्रव्यापी टीकाकरण के दौरान देखा गया था. हालांकि हम बाद में दोनों मुद्दों को दूर करने में सक्षम थे.' उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत बायोटेक की बढ़ती उत्पादन क्षमता के साथ, वैक्सीन की कमी का मुद्दा नहीं हो सकता है.

किस राज्य में कितने टीके लगने हैं

भारत का लक्ष्य 15 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के 7,40,57,000 बच्चों का टीकाकरण करना है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, तीन राज्यों (उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र) में 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बीच पात्र बच्चों की अधिकतम संख्या होने के अलावा, केंद्र ने उच्च कोविड केस लोड वाले बच्चों की योग्य संख्या का भी पता लगाया है. दिल्ली में 10,14,000 पात्र बच्चों की पहचान की गई है, इसके बाद महाराष्ट्र में 60,63,000, केरल में 15,34,000, पश्चिम बंगाल में 48,23,000, तमिलनाडु में 33,20,000, कर्नाटक में 31,75,000 और गुजरात में 35,58,000 बच्चों की पहचान की गई है.

पढ़ें- टीकों की उपलब्धता और टीकाकरण में रुचि निभाएगी अहम भूमिका : विशेषज्ञ

नई दिल्ली : कोरोना महामारी से बचाव के लिए 15-18 आयुवर्ग के किशोरों को कोविड-19 वैक्सीन (corona vaccine for children) की शुरुआत हो गई है. बच्चों को कोवैक्सीन का टीका लगाना शुरू किया गया है. आरएमएल अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर रितु मल्होत्रा (Ritu Malhotra) ​​ने ईटीवी भारत को बताया कि 'सुबह से हमने 47 से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया है. भगवान की कृपा से कोई जटिलता नहीं है और बच्चे बहुत खुश हैं.'

खास रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि माता-पिता भी अपने बच्चों को टीकाकरण स्थलों पर लाते समय उत्साहित थे. रितु मल्होत्रा ​​ने कहा, 'हमारी टीम सभी बच्चों को निगरानी में रख रही है और माता-पिता भी उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं.'

उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण केंद्र को प्रति दिन 200 बच्चों का टीकाकरण करना है जिसमें 100 ऑनलाइन पंजीकरण 100 ऑफ लाइन पंजीकरण शामिल है. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट भरने तक कुल 39,89,152 बच्चों ने को-विन डैशबोर्ड के माध्यम से टीकाकरण के लिए अपना नाम दर्ज कराया है.

वहीं, राष्ट्रीय राजधानी के मोरीबाग स्कूल के एक छात्र रोहन ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि टीकाकरण से हमें सुरक्षा मिलेगी. आज हम यहां टीकाकरण कराने आए हैं और हमने उन्हें पंजीकरण के लिए आधार कार्ड उपलब्ध कराया है.'

एक अन्य छात्रा दीपिका ने भी कहा कि टीकाकरण के बाद कोरोना कम प्रभावी होगा. नई दिल्ली के एक स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा दीपिका ने कहा, 'मुझे लगता है कि सभी पात्र बच्चों को अपना टीकाकरण करवाना चाहिए.'

ईटीवी भारत ने कुछ बच्चों के माता-पिता से भी बात की. 16 साल की लड़की के साथ टीकाकरण केंद्र पहुंची संध्या पालीवाल ने कहा, ' टीकाकरण से सुरक्षा होगी. एक बार जब बच्चे टीके लगवा लेंगे तो निश्चित रूप से उन्हें सुरक्षा मिल जाएगी.' इसी तरह साईं कार्तिक (Sai Kartik) और उनकी मां नाग लक्ष्मी (Nag Laxmi) भी टीकाकरण को लेकर उत्साहित थे.

पढ़ें- Covid-19 Vaccination: 15-18 आयुवर्ग का टीकाकरण जारी

नाग लक्ष्मी ने कहा, 'माता-पिता को अपने बच्चों का समर्थन और साथ देना चाहिए. मेरा बच्चा 16 साल का है और टीका लगने के बाद निश्चित रूप से उसकी रक्षा होगी और वह अपने स्कूल जा सकता है.'

37 लाख से अधिक बच्चों को लगा पहले दिन टीका

भारत में सोमवार से 15-17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए मेगा टीकाकरण अभियान शुरू करने के साथ ही 37 लाख से अधिक बच्चों को पहले दिन Covid19 का टीका लगाया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 37,84,212 बच्चों को Covid19 टीका लगाया गया है. अनुमान है कि प्रतिदिन औसतन 50-60 लाख बच्चों के टीकाकरण के साथ अनुमानित बच्चों की पूरी आबादी को टीका लगाने में तीन सप्ताह लगेंगे. केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि कुल 7,40,57,000 बच्चे टीकाकरण के पात्र हैं.

वैक्सीन की कमी का मुद्दा नहीं होगा : डॉ. सुनीला गर्ग

इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (आईएपीएसएम) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुनीला गर्ग ने कहा, 'अगर हम हर दिन 50-60 लाख खुराक दर्ज करते हैं, तो हमें योग्य बच्चों की पूरी आबादी का टीकाकरण करने में तीन से चार सप्ताह लगेंगे. डॉ. गर्ग ने आगाह किया कि 'बच्चों के टीकाकरण की इस प्रक्रिया में टीके की उपलब्धता और हिचकिचाहट दो प्रमुख मुद्दे होंगे. जैसा कि पिछले साल राष्ट्रव्यापी टीकाकरण के दौरान देखा गया था. हालांकि हम बाद में दोनों मुद्दों को दूर करने में सक्षम थे.' उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत बायोटेक की बढ़ती उत्पादन क्षमता के साथ, वैक्सीन की कमी का मुद्दा नहीं हो सकता है.

किस राज्य में कितने टीके लगने हैं

भारत का लक्ष्य 15 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के 7,40,57,000 बच्चों का टीकाकरण करना है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, तीन राज्यों (उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र) में 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बीच पात्र बच्चों की अधिकतम संख्या होने के अलावा, केंद्र ने उच्च कोविड केस लोड वाले बच्चों की योग्य संख्या का भी पता लगाया है. दिल्ली में 10,14,000 पात्र बच्चों की पहचान की गई है, इसके बाद महाराष्ट्र में 60,63,000, केरल में 15,34,000, पश्चिम बंगाल में 48,23,000, तमिलनाडु में 33,20,000, कर्नाटक में 31,75,000 और गुजरात में 35,58,000 बच्चों की पहचान की गई है.

पढ़ें- टीकों की उपलब्धता और टीकाकरण में रुचि निभाएगी अहम भूमिका : विशेषज्ञ

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