नई दिल्ली : के रेल प्रोजेक्ट के लिए अनुमोदन को लेकर केरल के सांसद हिबी ईडन ने सवाल किया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सवाल के जवाब में कहा कि यह केरल की सिल्वर लाइन परियोजना है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण पर होने वाले प्रभाव को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क है. उन्होंने कहा कि वे मेट्रो मैन ई श्रीधरन से मुलाकात कर चुके हैं. उनसे तकनीकी बिंदुओं पर बात हुई है. वैष्णव ने कहा कि यह एक जटिल और भावनात्मक मुद्दा है, लेकिन इस पर लगातार मंथन हो रहा है.
सप्लीमेंट्री सवाल में ईडन ने पूछा कि ड्रेनेज बनाने के लिए भी चेन्नई के रेल अधिकारियों से मंजूरी लेनी पड़ती है. उन्होंने पूछा कि केरल के स्थानीय लोगों की ओर से कई बार विरोध किया जाता है, ऐसे में रेल मंत्रालय का क्या रूख है ? इस पर वैष्णव ने कहा कि शुरुआती चरण में रेल मंत्रालय राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देती है, लेकिन डीपीआर को मंजूरी दिए जाने के बाद राज्य सरकार की जवाबदेही होती है, ऐसे में राज्य सरकार से संपर्क किया जा सकता है.
इसके अलावा केरल की चालाकुडी संसदीय सीट से निर्वाचित कांग्रेस सांसद बैन्नी बेहनन ने भी के रेल परियोजना हेतु अनुमोदन के संबंध में सवाल किया. उन्होंने केरल की रेल संरचना पर सवाल खड़े किए. इस पर रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि केरल की राजनीति कई मायनों में काफी यूनिक है. ऐसे में वहां के जनप्रतिनिधि क्या चाहते हैं कई बार यह समझना मुश्किल होता है.
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केरल की अल्लापुझा लोक सभा सीट से निर्वाचित सीपीआईएम सांसद एडवोकेट एएम आरिफ ने भी रेल प्रोजेक्ट के अनुमोदन पर सवाल किया. इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चुटकी ली और कहा कि दिल्ली में दोस्ती, केरल में कुश्ती जैसे माहौल में केंद्र सरकार कुछ नहीं कर सकती. इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने भी कहा कि पश्चिम बंगाल में दोस्ती और केरल में कुश्ती जैसे विरोधाभास कैसे स्वीकार हो सकते हैं.