भोपाल : मध्य प्रदेश की मस्जिदों के बाहर अब सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. खरगोन में हुई हिंसा को लेकर भोपाल में शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने मस्जिदों के सदर और सेक्रेट्री से सीसीटीवी कैमरे (CCTV at MP mosques) लगाए जाने का अनुरोध किया है. जिससे मौका पड़ने पर ऐसे मामलों का सच सामने लाना आसान हो. वहीं, राज्य के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मस्जिदों पर सीसीटीवी लगाने की पहल का स्वागत किया.
सीसीटीवी में रहेगा रिकॉर्ड मौजूद : नदवी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे लगने से पत्थर फेंकने वालों की पहचान करने में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में माहौल बिगड़ रहा है, इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि मस्जिदों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. ताकि असामाजिक तत्व कोई गलत हरकत करें तो उसका रिकॉर्ड मौजूद रहे. उन्होंने कहा, अब सब कुछ कैमरे से ही तय हो रहा है. किसी भी घटना पर सबसे पहले सीसीटीवी चेक किया जाता है. कैमरे लगाने से सबूत रहेगा कि आखिर विवाद की शुरुआत किसने की है.
अपराधी को सजा मिले, परिवार को नहीं : शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने खरगोन में कथित तौर पर हिंसा में शामिल लोगों के 'अवैध ढांचों' को गिराना गलत बताया. उन्होंने कहा कि समाज कानून से चलता है. अपराध करने वालों को सजा मिलनी चाहिए, उसके परिवार को नहीं. अगर परिवार का एक सदस्य कुछ गलती करता है तो घरों को क्यों तोड़ा जा रहा है. घरों को जमींदोज करने से कई परिवार बेघर हो गए हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सत्ताधारी पार्टी के नेता ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे दंगे और भड़क सकते हैं. प्रशासन को ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाना चाहिए.
मस्लिम समाज ने भी सीसीटीवी लगाने की मांग की: खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद मुस्लिम वर्ग भी अपनी सुरक्षा को लेकर सचेत हो गया है. मुस्लिम समाज सोशल मीडिया के जरिए मांग कर रहा था कि मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. ताकि मस्जिदों के बाहर कोई गलत हरकत करे तो सबूत के तौर पर मौजूद रहना चाहिए. अभी तक जो कुछ भी होता है उसके लिए मुसलमानों को ही जिम्मेदार समझा जाता है.
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