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समझदारी से करें लॉन्ग टर्म प्लान में इन्वेस्ट, फिर आप भी बन जाएंगे करोड़पति - लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट

हर आदमी धनवान बनना चाहता है. मगर यह आसान नहीं है. इसके लिए धैर्य के साथ लॉन्ग टर्म प्लान में समझदारी भरा निवेश जरूरी है. इसके अलावा यह जानना जरूरी है कि हम अपनी इनकम को प्लानिंग के साथ खर्च करते हैं या नहीं.

Invest wisely in long term
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Published : Jan 3, 2022, 9:18 PM IST

हैदराबाद : नई आशा के साथ 2022 का स्वागत करें और अपनी मेहनत की कमाई को समझदारी से निवेश करके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए खुद को नए सिरे से तैयार करें. नए साल में संकल्प करें कि पिछले साल की गलतियों को न दोहराएंगे, क्योंकि समय किसी आदमी की प्रतीक्षा नहीं करते हैं इसलिए, हमें अपने फाइनैंशियल गोल को आसानी से हासिल करने के लिए ठोस प्लानिंग करनी चाहिए. इसके लिए मौजूद असेट का सही इस्तेमाल जरूरी है. पैसा हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए सब कुछ इसके साथ जुड़ा है.

पैसा कमाना और उसे प्रॉपर स्कीम में निवेश करने से हमें भरपूर लाभांश मिल सकता है, इसलिए हर रुपये का हिसाब होना चाहिए. यह आर्थिक रूप से सफल होने के लिए पहला सिद्धांत है, जिसका पालन किया जाना चाहिए. इसके अलावा, यह जानना महत्वपूर्ण है कि कमाए गए पैसे को कैसे बचाया जाए और इसे बढ़ने में कितना समय लगेगा. इस संदर्भ में आइए फाइनैंशियल प्लानिंग के महत्वपूर्ण सुझावों पर एक नजर डालते हैं.

सबसे पहले शुरू करें बचत : धनवान बनने के लिए सबसे पहले बचत की आदत डालनी होगी. यह आदत भी 30 की उम्र से पहले लानी होगी. क्योंकि जब आप देर करेंगे तो या तो निवेश की रकम बढ़ जाएगी या आपका लक्ष्य छोटा हो जाएगा. अगर आप 30 साल की उम्र में कोई नौकरी या कारोबार शुरू करते हैं तो हर महीने कम से कम 15,000 रुपये की बचत करनी होगी. इस तरह के बचत से रिटायरमेंट की उम्र यानी 60 साल में 5 करोड़ रुपये तक के मालिक बन सकते हैं. फाइनैंशियल एक्सपर्ट इस बचत पर 12 फीसदी सालाना का रिटर्न मानकर निवेश की सलाह देते हैं. आप अपनी बचत में जितना देरी करेंगे, बचत के हिस्से को उतना ही बढ़ाना होगा.

बेस्ट फाइनैंशियल प्लान ( Best financial plans)

हमने जो भी पैसा कमाया है, उसे हम खर्च नहीं कर सकते हैं. साथ ही, उसे पूरी तरह बचा भी नहीं सकते हैं. लेकिन, हम अपनी आय का 50 प्रतिशत अपनी जरूरतों पर खर्च कर सकते हैं जबकि शेष राशि का 20% शॉर्ट टर्म जरूरतों, इमरजेंसी फंड और अन्य दूसरी जरूरतों के लिए अलग रख सकते हैं. बाकी बची 30 फीसदी इनकम को लॉन्ग टर्म प्लान के साथ निवेश करना चाहिए. इसमें रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की उच्च शिक्षा और कोई भी बड़ी खरीदारी शामिल होनी चाहिए. हर रुपये के लिए 50-20-30 नियम का पालन करना चाहिए.

15-15-15 नियम (15-15-15 rule)

अगर आप करोड़पति बनना चाहते हैं .. तो बस इस नियम का पालन करें. मान लें कि कोई व्यक्ति 15 साल के लिए उन योजनाओं पर 15,000 रुपये का इनवेस्ट करता है, जिससे 15 फीसदी इनकम होती है. इससे उसे 15 साल बाद एक करोड़ रुपये मिल जाएंगे. यह 15-15-15 सिद्धांत दो तरह से काम करता है. यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए उपयोगी है और अच्छा रिटर्न हासिल करने के लिए मुफीद है. शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद अगर हम इसमें लंबे समय तक निवेश करते रहें तो हमें मुनाफा होता है.

इक्विटी निवेश (Equity investment) : जब आप इक्विटी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो उसका अलग फॉर्मूला है. आप 100 में अपनी आयु के बराबर संख्या घटाएं. इसके बाद जो आंकड़ा मिलेगा, उसके आधार पर आपको इक्विटी में निवेश का प्रतिशत निर्धारित करना होगा. उदाहरण के लिए, अगर आप 30 साल के हैं तो आपको इक्विटी में 70% तक निवेश करना चाहिए. बाकी बची 30 फीसदी रकम को खर्च में बदलना चाहिए. इसके अनुपात में उम्र के साथ बदलाव करना भी जरूरी है. यदि आपने अभी तक प्लानिंग नहीं की है, तो जाग जाएं और भरपूर लाभांश प्राप्त करने के लिए बुद्धिमानी से निवेश करें.

हैदराबाद : नई आशा के साथ 2022 का स्वागत करें और अपनी मेहनत की कमाई को समझदारी से निवेश करके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए खुद को नए सिरे से तैयार करें. नए साल में संकल्प करें कि पिछले साल की गलतियों को न दोहराएंगे, क्योंकि समय किसी आदमी की प्रतीक्षा नहीं करते हैं इसलिए, हमें अपने फाइनैंशियल गोल को आसानी से हासिल करने के लिए ठोस प्लानिंग करनी चाहिए. इसके लिए मौजूद असेट का सही इस्तेमाल जरूरी है. पैसा हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए सब कुछ इसके साथ जुड़ा है.

पैसा कमाना और उसे प्रॉपर स्कीम में निवेश करने से हमें भरपूर लाभांश मिल सकता है, इसलिए हर रुपये का हिसाब होना चाहिए. यह आर्थिक रूप से सफल होने के लिए पहला सिद्धांत है, जिसका पालन किया जाना चाहिए. इसके अलावा, यह जानना महत्वपूर्ण है कि कमाए गए पैसे को कैसे बचाया जाए और इसे बढ़ने में कितना समय लगेगा. इस संदर्भ में आइए फाइनैंशियल प्लानिंग के महत्वपूर्ण सुझावों पर एक नजर डालते हैं.

सबसे पहले शुरू करें बचत : धनवान बनने के लिए सबसे पहले बचत की आदत डालनी होगी. यह आदत भी 30 की उम्र से पहले लानी होगी. क्योंकि जब आप देर करेंगे तो या तो निवेश की रकम बढ़ जाएगी या आपका लक्ष्य छोटा हो जाएगा. अगर आप 30 साल की उम्र में कोई नौकरी या कारोबार शुरू करते हैं तो हर महीने कम से कम 15,000 रुपये की बचत करनी होगी. इस तरह के बचत से रिटायरमेंट की उम्र यानी 60 साल में 5 करोड़ रुपये तक के मालिक बन सकते हैं. फाइनैंशियल एक्सपर्ट इस बचत पर 12 फीसदी सालाना का रिटर्न मानकर निवेश की सलाह देते हैं. आप अपनी बचत में जितना देरी करेंगे, बचत के हिस्से को उतना ही बढ़ाना होगा.

बेस्ट फाइनैंशियल प्लान ( Best financial plans)

हमने जो भी पैसा कमाया है, उसे हम खर्च नहीं कर सकते हैं. साथ ही, उसे पूरी तरह बचा भी नहीं सकते हैं. लेकिन, हम अपनी आय का 50 प्रतिशत अपनी जरूरतों पर खर्च कर सकते हैं जबकि शेष राशि का 20% शॉर्ट टर्म जरूरतों, इमरजेंसी फंड और अन्य दूसरी जरूरतों के लिए अलग रख सकते हैं. बाकी बची 30 फीसदी इनकम को लॉन्ग टर्म प्लान के साथ निवेश करना चाहिए. इसमें रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की उच्च शिक्षा और कोई भी बड़ी खरीदारी शामिल होनी चाहिए. हर रुपये के लिए 50-20-30 नियम का पालन करना चाहिए.

15-15-15 नियम (15-15-15 rule)

अगर आप करोड़पति बनना चाहते हैं .. तो बस इस नियम का पालन करें. मान लें कि कोई व्यक्ति 15 साल के लिए उन योजनाओं पर 15,000 रुपये का इनवेस्ट करता है, जिससे 15 फीसदी इनकम होती है. इससे उसे 15 साल बाद एक करोड़ रुपये मिल जाएंगे. यह 15-15-15 सिद्धांत दो तरह से काम करता है. यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए उपयोगी है और अच्छा रिटर्न हासिल करने के लिए मुफीद है. शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद अगर हम इसमें लंबे समय तक निवेश करते रहें तो हमें मुनाफा होता है.

इक्विटी निवेश (Equity investment) : जब आप इक्विटी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो उसका अलग फॉर्मूला है. आप 100 में अपनी आयु के बराबर संख्या घटाएं. इसके बाद जो आंकड़ा मिलेगा, उसके आधार पर आपको इक्विटी में निवेश का प्रतिशत निर्धारित करना होगा. उदाहरण के लिए, अगर आप 30 साल के हैं तो आपको इक्विटी में 70% तक निवेश करना चाहिए. बाकी बची 30 फीसदी रकम को खर्च में बदलना चाहिए. इसके अनुपात में उम्र के साथ बदलाव करना भी जरूरी है. यदि आपने अभी तक प्लानिंग नहीं की है, तो जाग जाएं और भरपूर लाभांश प्राप्त करने के लिए बुद्धिमानी से निवेश करें.

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