कुल्लू: इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसका असर अब भारत पर भी देखने को मिल रहा है. क्योंकि हर साल बड़ी संख्या में इजरायली नागरिक भारते के विभिन्न राज्यों में घूमने आते हैं, लेकिन इस युद्ध के बाद अब इजरायली पर्यटक भारत से अपने देश लौटने लगे हैं. वहीं, हिमाचल के कुल्लू जिला में मिनी इजरायल के नाम से जाना जाने वाला कसोल से भी इजरायली नागरिक अपने देश लौटने लगे हैं. जिसकी वजह से पर्यटकों से गुलजार रहने वाला कसोल अब विरान होने लगा है.
इजरायल-हमास युद्ध का हिमाचल पर असर: कुल्लू जिले का कसोल हिमाचल प्रदेश का मिनी इजरायल के नाम में भी जाना जाता है, लेकिन इजरायल पर हुए हमास आंतकियों की हमले के बाद से कसोल में रह रहे इजरायली नागरिकों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. इन लोगों में अपने देश वापस जाने की बेचैनी दिख रही है. कुल्लू जिला में घूमने आये कई इजरायली युवा फौज में है तो, कई अपने देश के लिए सेवा देने के लिए तत्पर नजर आ रहे हैं. कसोल से अधिकतर इजरायली पहले ही वापस जा चुके हैं. वहीं, जो बचे गए हैं, वो अब अपने साथियों के साथ दूतावास से संपर्क कर रहे हैं. ताकि हवाई सेवा के माध्यम से वह वापस इजरायल पहुंच सके.
इजरायल में बिगड़े हालात से इजरायली परेशान: इजरायली युवती युवेल ने बताया कि हमास के हमले बाद से इजरायल में युद्ध के हालात हैं. उन्होंने अपने परिवार से संपर्क किया है. उनका परिवार इजरायल के नॉर्थ एरिया में रहता है. फिलहाल इजरायल के हालत बेहद ही खराब है. हालांकि, उनकी परिवार से बात हुई है और वह सब ठीक है, लेकिन वहां पर रह रहे लोगों को भी पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है. पिछले कई दिनों से इजरायल के कई लोग लापता हैं, जिनके बारे में किसी को अभी तक कोई खबर नहीं है. युवेल ने आशंका जताई की शायद उन लोगों का अपहरण हो गया है. युवेल ने कहा हम यहां भारत में खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. यहां के लोग बेहद ही मददगार हैं. हालांकि, इजरायली एंबेंसी से कुछ अलर्ट्स मिले हैं. जैसे की हमें अपने आसपास की चीजों और संदिग्ध लोगों के बारे में ध्यान रखने की हिदायत दी गई है, लेकिन अब हम घर वापस जाकर अपने देश के लिए इस मुश्किल हालात में लड़ना चाहते हैं.
इजरायली युवाओं में अपने देश के लिए लड़ने की चाहत: इजरायली युवक डेविड कुछ दिन पहले ही कसोल में छुट्टियां बिताने आए थे. उन्होंने बताया इजरायल में चल रहे ट्रांस फेस्टिवल में कई लोग मारे गए. जिसमें उनके उम्र के कई लोग शामिल थे. इसका वीडियो हमास द्वारा कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म में शेयर किया गया हैं. उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना उन्होंने इजरायल में पहली बार देखी. उन्होंने कहा मुझे यह नहीं पता चल रहा कि मुझे घर वापस जाना चाहिए या नहीं. क्योंकि इंडिया में यहां पर वह सेफ जरूर हैं, लेकिन इस हालत में घर वालों के पास होना भी जरूरी है. मैं कॉम्बैट सोल्जर नहीं हूं, लेकिन हमारी बीच कई सैनिक थे. जो वापस इजरायल चले गए. जबसे इजरायल को आजादी मिली है, तभी से ही फिलिस्तीन युद्ध के बाद युद्ध किए जा रहा है. क्योंकि वह चाहते है की इजरायल में यहूदी न रहे. इजरायल में कई सारे लोग अभी भी मिसिंग हैं और वहां की तस्वीर बहुत ही भयानक है. इजरायल और फिलिस्तीन के बीच का विवाद बेहद ही मुश्किल भरा रहा है. हम चाहते है की वर्ल्ड लीडर्स इस बारे में देखे और इस मुश्किल समय में इजरायल की मदद करें. उन्हें मालूम नहीं कि इजरायल में अभी क्या हालत हैं, लेकिन जिन भी लोगों का अपहरण किया गया है, उन्हें गाजा में रखा गया है. इजरायल इन सभी लोगों को बचाने का हर संभव प्रयास करेगा और जल्द ही इन हालात को सुधारा जाएगा.
कसोल में छुट्टी मनाने पहुंचे इजरायल सैनिकों में दिखी बेचैनी: कसोल आईं नामा ने बताया कि हाल ही में वह इजरायल आर्मी में अपनी सर्विस देकर छुट्टियां मनाने भारत आई थी, लेकिन इजरायल में हुए हमले के बाद वह यहां बैठ कर अपनी छुट्टियां नहीं बीता सकती. नामा के पिता और भाई गाजा में अपनी सेवाएं दे रहे है. ऐसे वक्त में अब वह भी अपने देश की मदद करना चाहती है. वह दिल्ली वापिस जा रही है, उसकी सहेली को हाल ही में फोन आया है की उन्हें इजरायल वापस आकर अपनी सेवाएं देनी हैं. उन्हे उम्मीद है कि अब दिल्ली पहुंच कर उनके घर जाने का भी जल्द से जल्द प्रावधान होगा, ताकि इस मुश्किल घड़ी में वह अपनी देश की मदद कर सके.
भारत आए इजरायली सैनिकों को लौटने के लिए आया कॉल: इजरायली पर्यटक डेनिश कनाजी ने बताया कि वह सेंटर इजरियल की रहने वाली है. अब उन्हें आर्मी में वापस जाना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें कॉल आया है. इजरायल में हुए हमास का हमला बेहद ही दुखदाई है. पूरा देश बुरे हालात में है. ऐसी खड़ी में वो वापस जाकर देश की अपनी सेवा देना चाहती हैं. उन्होंने कहा हम यहां पर अपनी छुट्टियां मना रहे थे और बेहद खुश थे, ऐसे में इजरायल की खबर सुनते ही खुशी गम में बदल गई. उन्होंने कहा मैंने आर्मी में रहते हुए कई लोगों की मदद की है. चाहे वह फिलिस्तीन ही क्यों न हो. अब वह अपनी छुट्टियां रद्द कर भारत से अपने देश वापस जा रही हैं.
इजरायली पर्यटकों के जाने से कसोल हुआ विरान: कसोल में खबाद हाउस के मैनेजर अभियाल ने बताया कि वो अब हाउस को बंद कर रहे हैं. इजरायल जाकर वो भी आर्मी में अपनी सेवाएं देंगे. उन्होंने बताया कि कसोल में 100- 200 इजरायली लोग रह रहे थे. जिनमें से कई इजरायल में युद्ध की खबर सुनने के बाद वापस लौट चुके हैं और कई लोग वापस जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फ्लाइट न होने के कारण सभी को परेशानी हो रही है. वह भी कुछ और दिनों तक कसोल में रहेंगे, फिर इस जगह को बंद करके अपने देश लौटने की कोशिश करेंगे. कसोल में रह रहे कई इसराइली नागरिक अभी घर जाए या ना जाए इस असमंजस में है. क्योंकि उनके इलाकों में हालत खराब हो चुके हैं और यहां कसोल में वह खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उनका परिवार भी इस हमले में फंस गया था, लेकिन अब वह सुरक्षित हैं. उनके परिवार के सदस्य भी आर्मी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. कसोल में रह रहे इजरायलियों की मदद के लिए उन्होंने हिमाचल पुलिस का शुक्रिया अदा किया.
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