श्रीनगर/पटना: श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र में शनिवार शाम को आतंकवादियों ने एक गैर स्थानीय विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं, पुलवामा में भी एक अन्य को गोली मार दी गई. व्यक्ति उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है. वहीं जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों द्वारा दो स्थानीय लोगों की हत्या की शनिवार को निंदा की और कहा कि दोषियों को जल्द सजा दी जाएगी. केंद्र शासित क्षेत्र प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने की घोषणा की है.
सिन्हा ने ट्वीट किया, 'मैं आतंकवादियों द्वारा अरविंद कुमार साह और सगीर अहमद की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करता हूं. जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके परिजनों को मेरी सांत्वनाएं. केंद्र शासित क्षेत्र की सरकार दुख की इस घड़ी में शोकाकुल परिजनों के साथ खड़ी है.' उन्होंने कहा कि हमलावरों को जल्दी ही सजा दी जाएगी.
ईदगाह क्षेत्र में हुई हत्या के बारे में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार निवासी अरविंद कुमार को आतंकवादियों ने ईदगाह में एक पार्क के बाहर गोलियां मारीं. उन्होंने बताया कि कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. कुमार की हत्या ऐसे दिन हुई है जबकि पुलिस ने यह दावा किया है कि उसने श्रीनगर में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की पिछले हफ्ते हुई हत्या में शामिल तीन आतंकवादियों को 24 घंटे के अंतराल में मार गिराया.
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आतंकवादियों द्वारा मारे गए अरविंद कुमार साह के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की. वहीं, देर शाम यह सूचना परिजनों को वहां रह रहे गांव के अन्य लोगों ने दी. इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया. पीड़ित परिवार के घर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. बाराहाट थानाध्यक्ष शंकर दयाल प्रभाकर और बीडीओ राजेश कुमार ने भी मृतक के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया.
बताया जाता है कि गोली का शिकार हुए मृतक अरविंद कुमार पिछले 15 वर्षों से कश्मीर में रहकर ठेला पर गोलगप्पे बेचने का काम करता था. जिससे उसके पूरे परिवार का भरण-पोषण हो रहा था. मृतक अपने पांच भाइयों में चौथे नंबर पर था. मृतक के सबसे छोटे भाई मुकेश कुमार ने बताया कि उनका एक भाई कोरोन काल में बीमारी की वजह से जान गंवा चुका है. कोरोना काल में ही अरविंद भी लॉक डाउन की वजह से घर आ गया था. तीन माह पूर्व फिर एक बार फिर रोजी-रोटी की तलाश में जम्मू-कश्मीर गया था. जहां उसके साथ यह घटना हो गई. मृतक के अन्य भाई डब्लू कुमार और मंटू कुमार भी जम्मू कश्मीर में ही रहते थे, लेकिन हाल के दिनों में डब्लू कुमार अपने गांव आ गया है, जबकि मंटू कुमार अभी भी वहीं पर है.
बता दें कि इसके पहले ईदगाह इलाके में एक स्कूल में घुसकर गोलीबारी की थी. इस आतंकी हमले में स्कूल की प्रिंसिपल और एक शिक्षक की मौत हो गई थी.
यह भी पढ़ें- आतंकी हमले में मारे गए कश्मीरी पंडित के परिवार से मिले फारूक अब्दुल्ला, जताया दुख
गौरतलब है कि हताश आतंकी पिछले कुछ दिनों से घाटी में बेकुसूर लोगों को निशाना बना रहे हैं. इससे पहले, आतंकियों ने श्रीनगर में कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो पेशे से केमिस्ट थे और लंबे समय से लोगों की सेवा कर रहे थे. उसी दिन आतंकियों ने दो और हत्याओं को अंजाम दिया था.
इससे पहले आतंकवादियों ने शनिवार को श्रीनगर के चट्टाबल के रहने वाले माजिद अहमद गोजरी की हत्या करण नगर में कर दी थी. शनिवार को ही रात में बटमालू के रहने वाले एक अन्य नागरिक मोहम्मद शफी डार को एसडी कॉलोनी बटमालू में गोली मारी गई, जिसमें वह घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई.