नई दिल्ली : लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने मंगलवार को कहा कि उसने कट्टीपल्ली स्थित अपने रक्षा शिपयार्ड में भारतीय तटरक्षकों के लिए सातवां और अंतिम अपतटीय जलपोत तैयार किया.
यह जलपोत मार्च 2015 में रक्षा मंत्रालय द्वारा एलएंडटी को दिए गए सात अपतटीय गश्ती जलपोतों (ओपीवी) की श्रृंखला में अंतिम है.
ओपीवी लंबी दूरी के सतह पर चलने वाले जहाज हैं, जो भारत के समुद्री क्षेत्रों में परिचालन में में सक्षम हैं, जिसमें हेलीकॉप्टर संचालन क्षमताएं शामिल हैं.
कंपनी ने एक बयान में कहा रक्षा जलपोतों के विनिर्माण के अपने अद्वितीय प्रदर्शन को जारी रखते हुए एलएंडटी ने भारतीय तट रक्षकों के लिए आज (मंगलवार को) सातवां और अंतिम अपतटीय गश्ती जलपोत (ओपीवी) चेन्नई के उत्तर में कट्टुीपल्ली स्थित अपने रक्षा शिपयार्ड में पेश किया.
पढ़ें :- एल एंड टी निर्मित क्रायोस्टैट बेस विश्व के सबसे बड़े परमाणु संयत्र में स्थापित
एलएंडटी ने आगे कहा कि इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन के दौरान कई बेंचमार्क स्थापित किए गए, जिसमें पहली बार निजी क्षेत्र की किसी भारतीय कंपनी द्वारा ओपीवी श्रेणी के जहाज का पूरा डिजाइन और विनिर्माण शामिल है.