बेंगलुरु: चंद्रयान-2 से संपर्क टूटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो मुख्यालय से देश को संबोधित किया. इस दौरान इसरो चीफ के. सिवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले लगकर भावुक हो गए और रोने लगे. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इसरो चीफ को हौसला देते हुए उनकी पीठ थपथपाई.
गौरतलब है कि चंद्रयान-2 परियोजना के अंतिम पलों में हुए अप्रत्याशित घटनाक्रम के मद्देनजर पीएम मोदी ने आज देश को संबोधित किया.
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आपको बता दें, 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया था. संपर्क जब टूटा, तब लैंडर चांद की सतह से सिर्फ 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था.
लैंडर से संपर्क टूट जाने के कारण 'सॉफ्ट लैंडिंग' के बारे में अब तक कोई सूचना नहीं मिल पाई है.
इससे पहले लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद की सतह पर उतरते समय मात्र 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया. पीएम मोदी को संक्षिप्त जानकारी देने के बाद इसरो प्रमुख के सिवन ने इसका आधिकारिक एलान किया.
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'विक्रम' ने 'रफ ब्रेकिंग' और 'फाइन ब्रेकिंग' चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया. इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं.
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लैंडर का संपर्क टूट जाने के बाद इसरो के वैज्ञानिकों से कहा,'देश को आप पर गर्व है. सर्वश्रेष्ठ के लिए उम्मीद करें. हौसला रखें. जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है.'