नई दिल्ली: चंद्रयान दो मंगलवार को चांद की पहली कक्षा में प्रवेश कर चुका है. इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की बड़ी सफलता माना जा रहा है. चांद की पहली कक्षा LBN#1 में वैज्ञानिकों ने सुबह 8.30 से 9.30 के बीच चंद्रयान दो को प्रवेश करा दिया है.
इसरो चीफ के सिवान आज (20 अगस्त, 2019) के मीडिया को 11.00 बजे संबोधित करेंगे. इस दौरान वे चंद्रयान दो के लूनर ऑर्बिट इनसर्शन में प्रवेश करने पर विस्तृत जानकारी देंगे. ज्यादा जानकारियों के लिए लोगों से इसरो ने ट्वीट कर आग्रह किया है कि वे वेबसाइट और यूट्यूब चैनल के साथ जुड़ें.
अभी भी चंद्रयान दो अगले 24 घंटे तक इस कक्षा में चक्कर काटने वाला है. इसमें प्रवेश करने के बाद चंद्रयान दो की गति को 10.98 किमी प्रति सेकेंड से घटाकर 1.98 किमी प्रति सेकेंड कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि एक सितंबर को चांद पर चंद्रयान दो लैंडिंग करेगा. उससे पहले वो चार और कक्षों में चक्कर काटेगा. LBN#2 में 21 अगस्त की दोपहर तक पहुंचने के आसार हैं. वहीं अलगे कक्ष LBN#3 में 28 अगस्त की सुबह चंद्रयान दो प्रवेश कर सकता है. LBN#4 और LBN#5 में चंद्रयान क्रमश: 30 अगस्त और एक सितंबर को पहुंचेगा.
पांचवें प्रक्रिया चरण को छह अगस्त को अंजाम दिया गया था. इसरो की ओर से कहा गया है कि 22 जुलाई को इसके प्रक्षेपण से लेकर अब तक चंद्रयान-2 की सभी प्रणालियां सामान्य रूप से काम कर रही हैं.
वहीं दो सितंबर को यान से विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर अलग हो जाएंगे. कुछ दिनों बाद सात सितंबर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. चांद के इस हिस्से पर अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है. इस अभियान की सफलता के बाद रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा.