पोर्ट ब्लेयर : वरिष्ठ भाजपा नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरा मानना है कि वीर सावरकर जैसी देशभक्ति की भावना किसी और में नहीं थी. उन्होंने कहा कि अपना रुख बदले बिना, समाज के विरोध का सामना करते हुए कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने खुलकर अपने विचार रखे. कहा कि मुझे लगता है कि बहुत कम लोगों में वह साहस है जो उनके पास था.
उन्होंने कहा कि मैं 2016 में पहली बार यहां आया था तब पार्टी का अध्यक्ष था और उस समय वीर सावरकर जी की स्मृति में एक अखंड ज्योति भारत सरकार की तरफ से प्रज्ज्वलित की गई थी. मैंने बहुत छोटी उम्र से सावरकर जी को पढ़ा है. मेरे हृदय में हमेशा उनका एक अनन्य स्थान और उनके लिए अनन्य भक्ति भाव रहा है. ये वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव का वर्ष है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सालों तक कई नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश की गई लेकिन अब उन्हें इतिहास में उचित स्थान देने का समय आ गया है. अपने प्राणों की आहुति देने वालों को इतिहास में जगह मिलनी चाहिए. इसलिए हमने इस द्वीप का नाम नेताजी के नाम पर रखा.
इससे पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह स्वतंत्रता का तीर्थ स्थान है. मैं सभी युवाओं से एक बार अंडमान और निकोबार की यात्रा करने का आग्रह करता हूं. इस साल हम आजादी का अमृत महोत्सव और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहे हैं. जब हम नेताजी के जीवन को देखते हैं तो हमें लगता है कि उनके साथ अन्याय हुआ है. वह जिस स्थान के हकदार हैं, वह उन्हें इतिहास में नहीं दिया गया.
पोर्ट ब्लेयर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दो दिन से द्वीप समूह के अलग-अलग कार्यक्रमों में मैं यहां उपस्थित रहा हूं. कल कुछ सरकारी बैठकें करके लगभग 12 बजे दिल्ली जाऊंगा. कुल मिलाकर 3 दिन का ये दौरा मेरे लिए चिरस्मरणीय रहने वाला है. अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह का मेरा तीन दिन का दौरा चिरस्मरणीय रहने वाला है.
मोदी जी ने आजादी के अमृत महोत्सव को बहुत अच्छे तरीके से मनाने का संकल्प देश के सामने रखा है. ये संकल्प लेने का वर्ष है, विशेषकर भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए. क्योंकि हमारी पार्टी की स्थापना ही महान भारत की रचना के लिए हुई है, हम सत्ता के लिए राजनीति में नहीं आए हैं.