अच्छी खबर: हरियाणा में अब पराली से बनाई जा रही बिजली, किसान ऐसे कमा सकते हैं मुनाफा
🎬 Watch Now: Feature Video
करनाल: धान की कटाई के बाद किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या आती है पराली के निस्तारण (Stubble Disposal Haryana) की. अभी तक किसान पराली को आग लगाकर नष्ट कर रहे थे. जिससे पर्यावरण प्रदूषण में बढ़ोतरी तो होती ही है. साथ में मिट्टी की उर्वक शक्ति कम होती है, लेकिन अब किसानों को पराली निस्तारण का विकल्प मिल गया है. सैमसंग पेपर इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड किसानों की पराली से बिजली (Electricity Made From Straw) बनाने का काम करती है.सैमसंग पेपर इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड (Samsung Paper Industries Pvt Ltd) के वाइस प्रेसिडेंट जगन्नाथ शाह ने कहा कि वो साल 2017 के पहले से पराली से बिजली बनाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि साल 1993 में उन्होंने अपनी पेपर मिल स्थापित की थी. इसके लिए वो सरकार से बिजली खरीदते थे, जो ₹8 प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदी जाती थी, लेकिन कुछ साल पहले ही जब पराली किसानों के लिए सिरदर्द बनी, तो उनके दिमाग में बात आई कि क्यों ना अपनी फैक्ट्री में पराली से बिजली बनाने की यूनिट लगाई जाए.