यमुनानगर: गृह मंत्री के आदेशों के बाद अपनी पहचान न बताने वाले और सूचना न देने वाले जमातियों पर हरियाणा पुलिस सख्त दिखाई दे रही है. यमुनानगर के सदर एरिया में 6 जमातियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कोरोना से बचाव के लिए पूरे देश को लॉकडाउन लागू किया गया है. ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके. वहीं इस दौरान विदेश से आने लोगों और तबलीगी जामत में शामिल होने वाले लोगों की सूची बनाई गई है. जिसे राज्य सरकारों को जारी कर दिया गया है.
आदेशों के मुताबिक सीआइए टू के इंचार्ज उप निरीक्षक महरूफ अली को विदेश से आने वाले लोगों और तबलीगी जमातों से आने वाले लोगों की तलास के लिए ड्यूटी पर लगया गया था. उन्हें एक सूची भी दी गई है. जिस पर काम करने के लिए उनकी टीम गांव दयालगढ़ थाना बूडिया पहुंची थी. यहां उन्हें अब्दुल कलाम उर्फ अदरीश पुत्र शौकत अली मिला था. जिसने बताया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ तब्लीगी जमात में बडौदरा गुजरात में गया था.
उसने बताया कि 17 मार्च को वो अपने साथियों के साथ बडौदा से दिल्ली गए थे. सभी तुर्कमान गेट हज कमेटी दिल्ली में रूके थे. जो की मरकज के पास था. 19 मार्च को सभी वह ट्रेन से वापिस यमुनानगर थे. उसने बताया कि रात को रेलवे स्टेशन के पास जुमा मस्जिद में रूके थे और 20 मार्च को अपने घर आ गए थे.
बताया जा रहा है कि तलाशी के दौरान न तो ये लोग अपने घर मिले और न ही सरकार के दिशा निर्देशानुसार इन्होंने मेडिकल कराया है.साथ ही सरकार के आदेश के बाद भी इन्होंने अपने आपको छिपाए रखा. जिस के चलते इन सभी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
ये भी पढ़िए: अगर हरियाणा सरकार ने यूपी का फॉर्मुला अपनाया तो ये 4 जिले हो सकते हैं सील
एसपी हिमांशु गर्ग ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर पुलिस सख्त है. लोगों से अपील की जाती है कि वह संदिग्ध लोगों के बारे में सूचना दें. साथ ही उन्होंने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की.उन्होंने कहा कि कोई भी कोरोना वायरस के संबंध में अफवाह न फैलाएं और सही जानकारी प्रशासन को दें.