यमुनानगर: भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एसवाईएल नहर के लिए उपवास का कार्यक्रम का आयोजन किया, लेकिन इस दौरान वहां किसान संगठन भी प्रदर्शन करते हुए पहुंच गए. जैसे ही किसान संगठन बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध के लिए जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया और पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई. इस दौरान कई किसान घायल हो गए.
बरसों से पंजाब ने छीना हुआ है हक- अरोड़ा
बता दें कि यमुनानगर में हुए सतलुज यमुना लिंक नहर के लिए रखे गए उपवास के लिए बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से एसवाईएल के लिए उपवास रखा. यहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने देशभक्ति गीतों पर नाच गाकर प्रदर्शन किया. इस दौरान विधायक घनश्यामदास अरोड़ा ने बताया कि बरसों से पंजाब हरियाणा के हक को छीने बैठा है और वे अपना हक लेना चाहते हैं जिसके चलते यह कार्यक्रम रखा है.
पुलिस-कार्यकर्ताओं में हुई धक्का मुक्की
वहीं किसान संगठन भी प्रदर्शन करते हुए बीजेपी के कार्यक्रम स्थल पहुंचे. इस दौरान पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. दूसरी तरफ बीजेपी कार्यकर्ता भी उठ खड़े हुए और किसान संगठनों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करने लगे. उनका कहना था कि नए कृषि कानून किसानों के हित में है जबकि दूसरी तरफ किसान संगठन लगातार उनका विरोध करते रहे वहीं उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की होती रही. इस दौरान कई किसान घायल भी हो गए, लेकिन घायल होने के बावजूद किसानों का कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती वे इसी तरह आंदोलनरत रहेंगे.
ये बीजेपी का षड्यंत्र है- किसान
बता दें कि किसानों के दिल्ली कूच को 25 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक नए कृषि कानूनों को लेकर कोई हल नहीं निकला है. वहीं बात करें तो जिला मुख्यालयों पर भी लगातार किसान आंदोलनरत हैं और आज के बीजेपी के उपवास के कार्यक्रम को राजनीतिक षड्यंत्र बता रहे हैं. उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी किसानों के आंदोलन को डाइवर्ट करने के लिए ऐसे षड्यंत्र रच रही है
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