यमुनानगर: हरियाणा में विपक्ष ही नहीं सत्तापक्ष के विधायकों की भी सुनवाई नहीं हो रही है. विधायकों के कार्य नहीं हो रहे हैं. कांग्रेस विधायक बिशन लाल सैनी ने यह बयान देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर भी अधिकारियों पर पकड़ नहीं होने का आरोप लगाया. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि ग्राम दर्शन पोर्टल पर वे मन की बात के तहत रादौर विधानसभा क्षेत्र के 300 कार्यों को बता चुके हैं. उन्होंने इस संबंध में लिखित में भी दिया था, जिसके जवाब में उन्हें बताया गया कि 87 कार्य चल रहे हैं. जबकि धरातल पर कोई कार्य दिखाई नहीं देता है.
विधायक डॉ. बीएल सैनी ने कहा कि इस मामले में यमुनानगर के सीईओ द्वारा बार-बार अधिकारियों को लिखा जाता है, तो अधिकारी बजट नहीं होने की बात कहते हैं. प्रत्येक विधायक को सड़कों के निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपए की राशि दिए जाने की बात कही गई थी. अभी तक इस संबंध में पैसा नहीं दिया गया है. एमएलए को यह भी नहीं पता कि वह पिछले बजट में से मिलेगा, या अगले बजट में आएगा. उनके क्षेत्र की सड़कों की हालत खस्ता है.
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पिछले दिनों गृहमंत्री उनके क्षेत्र में आए थे, उनके दौरे से पहले सड़कों की कुछ मरम्मत की गई. अब मुख्यमंत्री भी पिछले दिनों उसी क्षेत्र से गुजरे लेकिन सड़कों का निर्माण नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि इससे पहले चौटाला सरकार में जब मुख्यमंत्री का कहीं दौरा होता था तो रातों रात सड़क बन जाती थी. अब ऐसा नहीं है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अधिकारियों पर पकड़ नहीं है.
हरियाणा में सरपंचों को विकास कार्यों के लिए दी जाने वाली राशि को 20 लाख से घटाकर 2 लाख किए जाने पर उन्होंने कहा कि हरियाणा के नवनिर्वाचित सरपंच काम करना चाहते हैं. उनमें काम करने का जज्बा है लेकिन सरकार सहयोग नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि सरपंचों को ज्यादा से ज्यादा राशि दी जानी चाहिए, ताकि वह अपने इलाके का विकास करवा सकें.
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इस दौरान उन्होंने बताया कि पंचायती राज विभाग यमुनानगर में एक ही कार्यकारी अभियंता है, जबकि ब्लॉक कई हैं. उन्होंने अपने इलाके के विकास कार्यों के लिए कार्यकारी अभियंता को लिस्ट दी थी. जिनमें से अभी तक कोई भी कार्य शुरू नहीं हुआ है. कई कार्यों के तो टेंडर भी कॉल नहीं किए गए हैं. ऐसे कई मामलों में पैसा भी वापस जा चुका है. अधिकारी कार्य नहीं करते, इस तरह के आरोप खुलकर लगने लगे हैं. सत्ता पक्ष के विधायकों की भी सुनवाई नहीं होती है.