यमुनानगर: जिले के चुहुडपुर कला गांव के रहने वाले अमृत ने अपने कौशल के दम पर आज इतिहास रच दिया है. उसने कंप्यूटर अल्फाबेट टाइपिंग और रिवर्स टाइपिंग में बेहद ही कम वक्त में ज्यादा शब्द टाइप करके एक नया रिकॉर्ड बनाया (Yamunanagar Boy made Typing record) है. अमृत ने अल्फाबेट में 1. 84 सेकंड और रिवर्स में 2. 61 मिली सेकंड में टाइपिंग रिकॉर्ड बनाया है. अमृत के घर जब इस बात की सूचना मिली तो लोगों ने उनके इस जज्बे को सलाम किया और बधाई देने के लिए घर पहुँचने लगे.
अमृत को 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' की ओर से यह ई-मेल 7 दिसंबर को मिली थी. इस ई-मेल में बताया गया है कि 'इंग्लिश अल्फाबेट फ्रॉम ए-टू-जेड विदाउट स्पेसिंग ऑन डेस्कटॉप इन 1. 84 सेकंड रिकॉर्ड बनाने पर सिलेक्ट किया गया है. अभी तक यह रिकॉर्ड मनोज वर्मा के नाम था. उन्होंने 2.16 सेकंड में ये रिकॉर्ड बनाया था. रिवर्स टाइपिंग Z To A में अमृत ने 2 प्वाइंट 61 मिली सेकंड समय लेते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है. 10 दिनों में उसे सर्टिफिकेट मिलने की संभावना है. रिकॉर्ड बनने पर परिवार के लोगों में खुशी का माहौल है. परिवार के लोग मिठाइयां बांट रहे हैं और खुशी मना रहे हैं.
अमृत का कहना है कि वह आगे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड की तैयारी भी कर रहा है. उसका उद्देश्य अब वर्ल्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाना है. अमृत के मुताबिक उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब है. उसके पास घर पर प्रैक्टिस करने के लिए ना तो कोई कंप्यूटर है और ना ही लैपटॉप है. उसने अपने फोन को ही अपना लैपटॉप बनाया और उसमें कीबोर्ड लगाकर यह ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है. उसका कहना है कि अगर उसे सरकार की ओर से सहायता मिले तो वह बहुत कुछ प्रदेश - देश और समाज के लिए कर सकता है.
अमृत ने बताया कि कि उसके माता- पिता और परिवार के लोग उसे सरकारी नौकरी करते हुए देखना चाहते हैं ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके. उन्होंने इस बारे में हरियाणा के शिक्षा मंत्री चौधरी कंवरपाल गुज्जर को भी ट्वीट कर इस नए कीर्तिमान की सूचना दी है. उनका कहना है कि अगर उन्हें थोड़ा सा सहयोग और प्रोत्साहन मिले तो वह ऐसे बहुत से नए कीर्तिमान स्थापित करने में सक्षम है.
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कौन है अमृत
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने वाले अमृत का जन्म 1 अगस्त 2001 को यमुनानगर के चुहुडपुर कला गांव में हुआ है. अमृत ने यह कमाल बेहद कम समय में कर दिया दिखाया है. अमृत से बड़ी उसकी तीन बहने हैं. अमृत घर में सबसे छोटा है उनके पिता मजदूरी का काम करते हैं. मां घर पर रहकर घर कार्य करती है. अमृत ने गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल छछरौली से 2019 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की. उसके बाद 1 साल का कंप्यूटर कोर्स किया. अब वह बीए की परीक्षा प्राइवेट कर रहा है. उसे टाइपिंग का बड़ा शौक है उसने कंप्यूटर सेंटर से कोचिंग भी ली है.
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