यमुनानगर: इन दिनों भारी बारिश से चारों ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है. कहीं पर बाढ़ जैसे हालात है, तो कहीं पर सड़कें ही पानी में गायब हो गई है. लगातार हो रही तेज बारिश के चलते हरियाणा के कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है. मौसम विभाग ने कुछ दिन और भारी बारिश की संभावना जताई है. पहाड़ों पर हो रही भयंकर बारिश का असर मैदानी इलाकों में नजर आने लगा है.
हिमाचल में प्रकृति ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. लागातार हो रही बारिश ने हरियाणा समेत देश की राजधानी दिल्ली की चिंताएं भी बढ़ा दी है. पहाड़ों में हो रही बरसात का पानी यमुना नदी में तांडव मचाने लगा है. बरसात के जलभराव से यमुनानगर के दर्जनभर गांव प्रभावित हुए हैं. कई घरों में पानी घुस गया और सारा सामान जलमग्न हो गया. जिसके चलते लोग घरों में खाना तक नहीं बना पा रहे हैं.
हथनीकुंड बैराज पर सोमवार सुबह 4 बजे तक 3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी दर्ज किया गया है. यमुनानगर और यमुना नदी के केचमेंट एरिया में पिछले 3 दिन से बरसात ने तबाही मचाई हुई है. यमुनानगर के हथनीकुंड बैराज पर लगातार 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी बह रहा है. यमुना नदी के साथ लगते यमुनानगर के लापरा, कैत, मंडी के साथ कई गांव प्रभावित हुए हैं. गांव के लोगों का कहना है कि इतनी बरसात 1972 के बाद अब देखी है. उन्होंने बताया कि यमुना नदी के साथ-साथ यमुना नगर के सभी नदी नाले भी उफान पर हैं. जिनकी वजह से कई गांव में पानी घुसा है.
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सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगातार उनकी यमुना नदी के जलस्तर पर नजर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि 100000 क्यूसेक पानी आने के बाद सारा पानी दिल्ली की तरफ डायवर्ट कर दिया गया था और अभी तक 200000 से ऊपर ही पानी बह रहा है. उन्होंने बताया कि यमुना नदी के साथ लगते गांव में प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए हैं. जिन गांव में पानी घुसा है, वहां रेस्क्यू भी किया जा रहा है.
उत्तरी भारत में लगातार बरसात कहर ढा रही है. वहीं, यमुना नदी के कैचमेंट एरिया हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ों में भी लगातार बरसात जारी है. लोग इंतजार में हैं कि कब बरसात रुके और उन्हें राहत मिले. फिलहाल प्रकृति का इतना भयानक मंजर लोगों को डराने लगा है.
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