यमुनानगर: उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश से नदियों में पानी का स्तर बढ़ने लगा है. हथिनी कुंड बैराज पर करीब 1 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी (Water level rises Hathini Kund barrage) दिल्ली के लिए छोड़ा जा चुका है. अधिकारियों का मानना है कि इस पानी से हरियाणा में किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. लेकिन दिल्ली के लिए ये खतरनाक हो सकता है. यमुना से लगते दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है.
बता दें कि मॉनसून के इस सीजन में 28 जुलाई को पहली बार यमुनानगर स्थित हथिनी कुंड बैराज (Hathini Kund Barrage Yamunanagar) पर पानी एक लाख क्यूसेक के पार हुआ है. पहाड़ों में हो रही लगातार बरसात से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. हथिनी कुंड बैराज के गेट रीडर शेर सिंह ने बताया कि यमुना में फिलहाल 30 हजार क्यूसेक के करीब पानी बह रहा है. हालांकि इतने पानी से हरियाणा के निचले इलाकों में भी कोई खतरा नहीं है. जब पानी ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा आ जाता है तो खतरा बढ़ जाता है.
उन्होंने बताया कि फिलहाल हिमाचल से पानी कम होने की सूचना आ रही है. जिस तरह पहाड़ों में लगातार बरसात हो रही है, जलस्तर आगे और भी बढ़ सकता है. अधिकारी ने बताया कि यमुना का ये पानी करीब 72 घंटे में दिल्ली पहुंच जाता है. अगर हरियाणा से ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है तो ये दिल्ली और हरियाणा दोनों के लिए खतरा हो सकता है.
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आपको बता दें कि हथिनी कुंड बैराज पर पानी को रोका नहीं जाता. अधिकारियों के मुताबिक यहां से पानी को सिर्फ डायवर्ट करने का काम किया जाता है. अधिकारियों के मुताबिक यमुना नदी में पानी छोड़ते ही दिल्ली को अलर्ट किया गया है. दिल्ली में यमुना के साथ लगते निचले इलाकों में पानी भर सकता है. अधिकारियों के मुताबिक अगर बारिश ऐसे ही होती रही तो पानी खतरे के निशान को छू सकता है.