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गुरुग्राम में बनेगी फूल मंडी, सीएम नायब सैनी ने अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी का काम जल्द पूरा करने का दिया निर्देश - INTERNATIONAL HORTICULTURE MARKET

अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी पर तेज गति से काम करने को लेकर सीएम सैनी ने निर्देश दिए हैं. साथ ही गुणवत्ता पर कास ध्

CM Nayab Singh saini
सीएम नायब सिंह सैनी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 5, 2025, 6:59 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिंजौर में सेब, फल और सब्जी मंडी के साथ गन्नौर में भारत अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी की प्रगति की समीक्षा की. साथ ही अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पूरा करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने गुरुग्राम में फूल मंडी के निर्माण कार्य को भी शुरू करने के निर्देश दिए. सेक्टर-52 ए, गुरुग्राम में 8.26 एकड़ भूमि पर प्रस्तावित फूल मंडी के निर्माण से हरियाणा के फूल उत्पादक किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म मिलेगा.

सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक: दरअसल, मंगलवार को नायब सिंह सैनी ने हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा भी मौजूद रहे. पिंजौर में सेब, फल और सब्जी मंडी के प्रथम चरण का उद्घाटन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 17 जुलाई साल 2024 को किया था. इस मंडी के शुरू होने से सेब व्यापार में तेजी आई. साल 2024-25 सीजन के दौरान मंडी में 71.67 लाख सेब की पेटियां आई, जबकि साल 2023-24 में 32.28 लाख पेटियां आई थी. इसके अलावा कुल 93 दुकान/भूखंड बेचे गए हैं, जिनकी नीलामी कीमत 171.70 करोड़ रुपये है.

अंतरराष्ट्रीय बागवानी बाजार से लाभ: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गन्नौर में भारत अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी के प्रथम चरण का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए. इस परियोजना में 17 मार्केट शेड, एक रिटेल जोन, एक संस्थान ब्लॉक, एक पुलिस स्टेशन, एक फायर स्टेशन और एक किसान विश्राम गृह विकसित करना शामिल है. परियोजना की अनुमानित लागत 3,050 करोड़ रुपए हैं. मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय बागवानी बाजार से न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि फल और सब्जी उत्पादकों, आम जनता और व्यापारियों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद साबित होगा.

राज्य में 18,693 किलोमीटर सड़कों का निर्माण: बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड और अन्य सड़क निर्माण एजेंसियों को राज्य की सभी सड़कों का रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस पहल के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की जाएगी. एचएसएएमबी ने राज्य में 18,693 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है. वर्तमान में बोर्ड इनमें से, 11,123 किलोमीटर सड़कों का रखरखाव कर रहा है.

निर्धारित समय पर हो काम पूरा: सीएम नायब सिंह सैनी ने निर्देश दिए कि जहां भी सड़क की मरम्मत की आवश्यकता है, उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए. इसके अतिरिक्त उन्होंने अधिकारियों को सड़क निर्माण के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने हर पथ ऐप को क्रियाशील बनाए रखने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, ताकि नागरिक आसानी से सड़क क्षति की रिपोर्ट कर सकें, जिसका तुरंत समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं बनाई हैं और जमीनी स्तर पर उनका प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना कार्यालयों की जिम्मेदारी है.

सड़क निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट हो इस्तेमाल: एचएसएएमबी द्वारा जिला परिषदों को हस्तांतरित सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते हुए, मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में जिला परिषदों को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला.पांच जिलों-भिवानी, फतेहाबाद, करनाल, पलवल और यमुनानगर में कुल 1,979 किलोमीटर सड़कें जिला परिषदों को सौंप दी गई हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इन सड़कों का उचित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जहां भी जरूरत हो, मरम्मत का काम तुरंत पूरा किया जाए. साथ ही मरम्मत के लिए गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग किया जाए.

ये भी पढ़ें:"पुष्पा" अंदाज़ दिखाने के बाद "गब्बर" का सीज़फायर!, सतीश पूनिया से मिलने के बाद साधी चुप्पी, आशीष तायल पर हो गया एक्शन

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिंजौर में सेब, फल और सब्जी मंडी के साथ गन्नौर में भारत अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी की प्रगति की समीक्षा की. साथ ही अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर काम पूरा करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने गुरुग्राम में फूल मंडी के निर्माण कार्य को भी शुरू करने के निर्देश दिए. सेक्टर-52 ए, गुरुग्राम में 8.26 एकड़ भूमि पर प्रस्तावित फूल मंडी के निर्माण से हरियाणा के फूल उत्पादक किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए एक बड़ा प्लेटफार्म मिलेगा.

सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक: दरअसल, मंगलवार को नायब सिंह सैनी ने हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा भी मौजूद रहे. पिंजौर में सेब, फल और सब्जी मंडी के प्रथम चरण का उद्घाटन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 17 जुलाई साल 2024 को किया था. इस मंडी के शुरू होने से सेब व्यापार में तेजी आई. साल 2024-25 सीजन के दौरान मंडी में 71.67 लाख सेब की पेटियां आई, जबकि साल 2023-24 में 32.28 लाख पेटियां आई थी. इसके अलावा कुल 93 दुकान/भूखंड बेचे गए हैं, जिनकी नीलामी कीमत 171.70 करोड़ रुपये है.

अंतरराष्ट्रीय बागवानी बाजार से लाभ: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गन्नौर में भारत अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी के प्रथम चरण का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए. इस परियोजना में 17 मार्केट शेड, एक रिटेल जोन, एक संस्थान ब्लॉक, एक पुलिस स्टेशन, एक फायर स्टेशन और एक किसान विश्राम गृह विकसित करना शामिल है. परियोजना की अनुमानित लागत 3,050 करोड़ रुपए हैं. मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय बागवानी बाजार से न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि फल और सब्जी उत्पादकों, आम जनता और व्यापारियों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद साबित होगा.

राज्य में 18,693 किलोमीटर सड़कों का निर्माण: बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड और अन्य सड़क निर्माण एजेंसियों को राज्य की सभी सड़कों का रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस पहल के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की जाएगी. एचएसएएमबी ने राज्य में 18,693 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है. वर्तमान में बोर्ड इनमें से, 11,123 किलोमीटर सड़कों का रखरखाव कर रहा है.

निर्धारित समय पर हो काम पूरा: सीएम नायब सिंह सैनी ने निर्देश दिए कि जहां भी सड़क की मरम्मत की आवश्यकता है, उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए. इसके अतिरिक्त उन्होंने अधिकारियों को सड़क निर्माण के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने हर पथ ऐप को क्रियाशील बनाए रखने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, ताकि नागरिक आसानी से सड़क क्षति की रिपोर्ट कर सकें, जिसका तुरंत समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं बनाई हैं और जमीनी स्तर पर उनका प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना कार्यालयों की जिम्मेदारी है.

सड़क निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट हो इस्तेमाल: एचएसएएमबी द्वारा जिला परिषदों को हस्तांतरित सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते हुए, मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में जिला परिषदों को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला.पांच जिलों-भिवानी, फतेहाबाद, करनाल, पलवल और यमुनानगर में कुल 1,979 किलोमीटर सड़कें जिला परिषदों को सौंप दी गई हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इन सड़कों का उचित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जहां भी जरूरत हो, मरम्मत का काम तुरंत पूरा किया जाए. साथ ही मरम्मत के लिए गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग किया जाए.

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